दंतेवाड़ा : आगामी विधानसभा चुनाव में बस्तर की सभी सीटों पर सीपीआई ने उम्मीदवार खड़े करने का ऐलान किया है.इसी कड़ी में पार्टी ने अपने सात प्रत्याशियों का ऐलान किया.वहीं प्रदेश की आठ अन्य सीटों पर भी प्रत्याशी उतारकर विधानसभा में अपने उम्मीदवारों को भेजने का दावा सीपीआई ने किया है.सीपीआई ने दंतेवाड़ा से भीमसेन मंडावी को अपना उम्मीदवार बनाया है. इसके अलावा सीपीआई ने कोंटा विधानसभा से मनीष कुंजाम, बीजापुर से पी लक्ष्मीनारायण, चित्रकोट से रामूराम मौर्य, कोंडागांव से जयप्रकाश नेताम, केशकाल से दिनेश मरकाम और नारायणपुर से फूलसिंह कलचाम के नामों पर मुहर लगाई है.
कौन हैं भीमसेन मंडावी ? : दंतेवाड़ा विधानसभा के प्रत्याशी भीमसेन मंडावी सीपीआई दंतेवाड़ा इकाई में जिला सचिव के पद पर हैं.जो कई सालों से पार्टी के लिए अपनी कर्मठता का परिचय दे रहे हैं.नामों का ऐलान होने के बाद प्रत्याशियों को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में हिम्मत के साथ जुटने के निर्देश दिए गए हैं.ईटीवी भारत की टीम से चर्चा के दौरान भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी के प्रत्याशी भीमसेन मंडावी ने बताया कि दंतेवाड़ा जिले के स्थानीय मुद्दों को लेकर हम जनता के बीच जाएंगे.
''हम बेरोजगारी, लाल पानी, नक्सलवाद, भूमि अधिग्रहण, पांचवी अनुसूची जैसे मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे.इस बार दंतेवाड़ा विधानसभा चुनाव में अपना परचम लहराएगा.'' भीमसेन मंडावी, प्रत्याशी सीपीआई
सीपीआई का जनाधार घटा : आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में सीपीआई का जनाधार पहले जैसा नहीं रहा.जैसे-जैसे नक्सली जंगलों में सिमटते गए,वैसे-वैसे पार्टी का कैडर बेस कमजोर होता गया. बस्तर के 12 विधानसभा क्षेत्रों की बात करें तो कोंटा, सुकमा और दंतेवाड़ा विधानसभा में सीपीआई अभी भी दमखम रखती है.बावजूद इसके पिछले कुछ चुनावों में पार्टी को कामयाबी नहीं मिली है.
2008 के बाद से गिरता रहा वोट प्रतिशत : दंतेवाड़ा विधानसभा की बात करें तो साल 2008 के विधानसभा चुनाव में बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा को बीजेपी के नए प्रत्याशी भीमा मंडावी ने हराया था.वहीं सीपीआई के मनीष कुंजाम को दूसरा स्थान हासिल हुआ था.महेंद्र कर्मा को उस वक्त चुनाव में तीसरे नंबर से ही संतोष करना पड़ा.ऐसे में एक बार फिर सीपीआई के लिए एकजुट होकर चुनाव में विरोधियों को टक्कर देना आसान काम नहीं होगा.फिर भी सीपीआई के दमखम को कमजोर मानना एक गलती ही होगी.