बीजापुर : बीजापुर के भोले-भाले गरीब ग्रामीणों की कमाई को चिटफंड कंपनियों ने लूट लिया है. निवेशक आज भी अपनी राशि के लिए कोर्ट के चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन इसे जिले का दुर्भाग्य ही कहेंगे कि, बीजापुर जिला उपभोक्ता आयोग में आज तक अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति नहीं हुई है. जिसका सीधा असर चिटफंड कंपनियों के लूट का शिकार हुए लोगों पर पड़ रहा है. पीड़ित कंज्यूमर कमीशन में जा रहे हैं लेकिन यहां अध्यक्ष पद की नियुक्ति नहीं हुई है. जिससे, ये लोग केस दर्ज नहीं करा पा रहे हैं.
चिटफंड कंपनियों के शिकार उपभोक्ताओं की मुसीबत : जिले में चिटफंड कंपनियों की ठगी से पीड़ित निवेशकों को अब समझ में नहीं आ रहा कि क्या किया जाए. जिला उपभोक्ता आयोग में अध्यक्ष और सदस्य नहीं होने की वजह से उपभोक्ता, न्यायालय का सहारा भी नहीं ले पा रहा है. वहीं पीड़ित गरीब निवेशक जिला उपभोक्ता आयोग दंतेवाड़ा में केस दायर करने में आर्थिक रूप से सक्षम नहीं है. आमजनों और पीड़ित निवेशकों ने मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री, सांसद और विधायक का ध्यान इस ओर आकर्षित किया है. निवेशकों ने जिला उपभोक्ता आयोग बीजापुर में अध्यक्ष और सदस्यगणों की नियुक्ति करवाए जाने की मांग की है.
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दूसरे जिलों में हुईं नियुक्तियां :छत्तीसगढ़ प्रदेश के अलग-अलग जिलों के उपभोक्ता आयोग में अध्यक्षों की नियुक्ति की गई है. गोपाल रंजन पाणिग्रही को धमतरी जिले का जिम्मा मिला है. वहीं डाकेश्वर प्रसाद शर्मा रायपुर के अध्यक्ष बने हैं .इसी कड़ी में रंजना दत्ता को कोरबा, आनंद कुमार सिंघल को बिलासपुर जिला उपभोक्ता आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है. संतोष कुमार दुर्ग के अध्यक्ष बनाए गए हैं तो, राकेश पांडेय को सरगुजा की जिम्मेदारी मिली है. सुजाता जायसवाल को जगदलपुर और बस्तर का जिम्मा दिया गया है.