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दंतेवाड़ा: आत्मसमर्पित नक्सलियों के लिए रोजगार की पहल, पशुपालन की दी गई ट्रेनिंग

दंतेवाड़ा में प्रशासन नक्सलियों का साथ छोड़ आत्मसमर्पण कर चुके पूर्व नक्सलियों की मदद कर रहा है. उनके लिए रोजगार की व्यवस्था की जा रही है. इन्हें रुचि के अनुसार बकरी, गाय, मुर्गी और बदक पालन की ट्रेनिंग दी जा रही है.

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Published : Dec 5, 2020, 3:26 AM IST

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रोजगार की पहल

दंतेवाड़ा: आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा से जुड़ने वाले नक्सलियों की प्रशासन हर संभव मदद कर रहा है. इन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है. मां दंतेश्वरी संवर्धन शोध केंद्र में शुक्रवार को कलेक्टर दीपक सोनी और एसपी अभिषेक पल्लव की पहल पर 25 आत्मसमर्पित नक्सलियों ने शासन की योजना का लाभ उठाया है. फिलहाल प्रशासन इनके रोजगार के लिए पहल कर रही है. इन्हें रुचि के अनुसार बकरी, गाय, मुर्गी और बदक पालन की ट्रेनिंग दी जा रही है.

रोजगार की पहल

पढ़ें: बस्तर पुलिस के इस अभियान से नक्सलवाद छोड़ रहे आदिवासी

लोन वर्राटु अभियान के तहत दंतेवाड़ा इलाके में भारी संख्या में नक्सलियों ने समर्पण किया है. ऐसे में इन्हें मुख्यधारा से जोड़े रखना भी एक चुनौती है. ऐसे में सबसे पहले इनके राजगार की व्यवस्था की ओर कदम उठाए जा रहे हैं. 25 आत्मसमर्पित नक्सलियों को शुक्रवार को गौ संवर्धन केंद्र में ट्रेनिग दी गई है. कलेक्टर दीपक सोनी ने बताया कि आत्मसमर्पण कर चुके नक्सलियों के पुनर्वास के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. शासन-प्रशासन हर संभव मदद करना चाहता है.
पढ़ें: दंतेवाड़ा: नक्सलियों ने जारी किया प्रेस नोट, पुलिस प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप

लोन वर्राटु अभियान रहा कामयाब

एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि लोन वर्राटु अभियान में पिछले 4 महीने में 220 नक्सलियों ने समर्पण किया है. जिसमें से 60 नक्सली इनामी थे. बता दें लोन वर्राटु का हिंदी में अर्थ घर वापसी होता है. शासन ने नक्सलियों को इस अभियान के जरिए मुख्यधारा से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया है. अभियान में आत्मसमर्पण कर चुके नक्सलियों को उनकी इच्छा अनुसार मछली पालन, बकरी पालन, मुर्गी पालन, खेती किसानी में प्रशासन मदद कर रहा है.

दंतेवाड़ा: आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा से जुड़ने वाले नक्सलियों की प्रशासन हर संभव मदद कर रहा है. इन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है. मां दंतेश्वरी संवर्धन शोध केंद्र में शुक्रवार को कलेक्टर दीपक सोनी और एसपी अभिषेक पल्लव की पहल पर 25 आत्मसमर्पित नक्सलियों ने शासन की योजना का लाभ उठाया है. फिलहाल प्रशासन इनके रोजगार के लिए पहल कर रही है. इन्हें रुचि के अनुसार बकरी, गाय, मुर्गी और बदक पालन की ट्रेनिंग दी जा रही है.

रोजगार की पहल

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लोन वर्राटु अभियान के तहत दंतेवाड़ा इलाके में भारी संख्या में नक्सलियों ने समर्पण किया है. ऐसे में इन्हें मुख्यधारा से जोड़े रखना भी एक चुनौती है. ऐसे में सबसे पहले इनके राजगार की व्यवस्था की ओर कदम उठाए जा रहे हैं. 25 आत्मसमर्पित नक्सलियों को शुक्रवार को गौ संवर्धन केंद्र में ट्रेनिग दी गई है. कलेक्टर दीपक सोनी ने बताया कि आत्मसमर्पण कर चुके नक्सलियों के पुनर्वास के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. शासन-प्रशासन हर संभव मदद करना चाहता है.
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लोन वर्राटु अभियान रहा कामयाब

एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि लोन वर्राटु अभियान में पिछले 4 महीने में 220 नक्सलियों ने समर्पण किया है. जिसमें से 60 नक्सली इनामी थे. बता दें लोन वर्राटु का हिंदी में अर्थ घर वापसी होता है. शासन ने नक्सलियों को इस अभियान के जरिए मुख्यधारा से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया है. अभियान में आत्मसमर्पण कर चुके नक्सलियों को उनकी इच्छा अनुसार मछली पालन, बकरी पालन, मुर्गी पालन, खेती किसानी में प्रशासन मदद कर रहा है.

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