दंतेवाड़ा: नंदराज पर्वत में होने वाले खनन का विरोध करते हुए आदिवासी समाज बड़ा आंदोलन कर रहा है. अडानी को खदान बेचे जाने के विरोध में आज भी आदिवासियों का धरना प्रदर्शन जारी है, अपनी मांग को लेकर हजारों की संख्या में आदिवासी धरनास्थल पर डटे हुए हैं. इसी के साथ ही एनएमडीसी लोह अयस्क का प्रोडक्शन भी ठप है.
बता दें कि आदिवासियों के आंदोलन को राजनीतिक दलों, संगठनों और स्थानीय नेताओं का समर्थन मिल रहा है. कल यानी शनिवार को जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) सुप्रीमो अजीत जोगी ने ग्रामीणों से मुलाकात की.
अजीत जोगी ने आदिवासियों के आंदोलन को समर्थन दिया. जोगी ने एनएमडीसी गेट के बाहर धरने पर बैठे आदिवासियों से मुलाकात की. उन्होंने एनएमडीसी 13 नंबर की खदान को अडानी को बेचे जाने के विरोध में बैठे आदिवासियों को समर्थन दिया है. जोगी ने कहा कि ग्रामीणों की मांगें जायज हैं.
शुक्रवार से लेकर अब तक की बड़ी बातें-
- चौथे दिन भी आदिवासी धरनास्थल पर डटे हुए हैं.
- जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) सुप्रीमो अजीत जोगी ने आदिवासियों से मुलाकात की है. जोगी ने आदिवासियों के आंदोलन को समर्थन दिया.
- शनिवार को भारी बारिश के बाद भी हजारों की संख्या में आदिवासी डटे हुए हैं.
- शनिवार को बैलाडीला के फुटबाल ग्राउंड में जिलेभर के आदिवासी पारंपरिक वेशभूषा और तीर धनुष लेकर एकत्र हुए.
- ग्रामीणों ने अडानी, जिंदल, एस्सार जैसे बहुराष्ट्रीय कंपनियों पर बस्तर में फर्जी ग्रामसभा कराने का आरोप लगाया है. यही नहीं जमीनें हड़पने में स्थानीय प्रशासन की भी मिलीभगत का आरोप लगाया है.
- बच्चे, बुर्जुग और महिलाएं बड़ी संख्या में सभी अपने घरों से चावल और खाने का सामान बांधकर प्रर्दशन करने पंहुचे हुए थे.
- ग्रामीणों ने कहा कि लौह अस्यक की डीपोजिट 13 नबंर खदान को एनएमडीसी और सीएमडीसी के संयुक्त उपक्रम में चलाने की लीज मिली था, जिसको अडानी को बेच दिया गया है.
- बैलाडीला की पहाड़ियों के पीछे आदिवासियो के कुल देवता नंदराज हैं और 13 नंबर की पहाड़ियों में उनका मंदिर है. ग्रामीणों का कहना है कि जब यहां एनएमडीसी प्लांट का नामो-निशान नहीं था, तब से इस पहाड़ी में स्थानीय ग्रामीण पूजा अर्चना करते आ रहे हैं.
- आदिवासियों ने कहा कि जल, जंगल, जमीन हमारी है और हम किसी भी हाल में यह खदान खुलने नही देंगे.
- मंत्री कवासी लखमा, आप नेता सोनी सोरी और कांग्रेस नेता दीपक कर्मा ने भी आदिवासियों के आंदोलन को समर्थन दिया है.
- आदिवासी अपनी मांग को लेकर पिछले 4 दिनों लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
- बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल क्षेत्र में आदिवासियों ने लामबंद होकर राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा है.
- शुक्रवार को 2 सौ गांव के आदिवासी समाज के लोग NMDC का घेराव करने पहुंचे और किसी भी कर्मचारी को खदान के अंदर घुसने नहीं दिया.