दंतेवाड़ा: जिले में लगातार लोन वर्राटू अभियान की सफलता दिख रही है. एक बार फिर इस अभियान से प्रभावित होकर 4 खूंखार नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़ दिया है. चारों नक्सलियों ने दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव के सामने सरेंडर किया है. सभी नक्सली दरभा डिवीजन के मलांगिर एरिया कमेटी में सक्रिय थे.
सरेंडर करने वाले नक्सलियों ने बताया कि वह लगातार हो रहे खून खराबे और हिंसा से परेशान थे. उन्हें लाल आतंक के रास्ते को देखकर काफी दुख होता था. धीरे-धीरे नक्सलियों की खोखली विचारधारा का उन्हें एहसास हुआ इसके बाद उन्होंने समाज की मुख्य धारा में शामिल होने का फैसला लिया. सरेंडर करने वाले नक्सलियों ने दंतेवाड़ा एसपी के सामने इस बात का एलान किया है कि वह सरेंडर कर गांव में विकास का कार्य करेंगे. ताकि आने वाली पीढ़ी हिंसा के रास्ते से दूर रह सके.
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एसपी अभिषेक पल्लव ने चारों सरेंडर नक्सलियों की नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना जांच कराई. जिसके बाद छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति के तहत सभी सरेंडर कर चुके नक्सलियों के खाते में 10 हजार रुपये की इनामी राशि दी गई. चारों नक्सली कई हिंसा की वारदात में शामिल थे. इन नक्सलियों पर कई मामले दर्ज हैं. लोन वर्राटू अभियान के तहत एक वर्ष में अब तक 386 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. जिसमें 102 इनामी नक्सली हैं