दंतेवाड़ा: जिले में चलाए जा रहे लोन वर्राटू अभियान के तहत दंतेवाड़ा पुलिस को एक बार फिर बड़ी सफलता मिली है. लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर 3 इनामी सहित कुल 16 नक्सलियों ने दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव के समक्ष आत्मसमर्पण किया है.
दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया सभी समर्पित नक्सली पश्चिम बस्तर कामालूर क्षेत्र से हैं. समर्पित नक्सलियों में 3 जनमिलिशिया कमांडर है जिनके ऊपर छत्तीसगढ़ सरकार ने 1-1 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है. वहीं अन्य नक्सली जनमिलिशिया सदस्य, सीएनएम सदस्य के रूप में संगठन में सक्रिय थे.
![16 Naxalites surrendered in dantewada](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cgc-dnt-01-naxlisurrendar-avb-cgc10085_13082020162926_1308f_1597316366_818.jpg)
कामालूर क्षेत्र में नक्सली रेलवे ट्रैक को उखाड़ने, जनप्रतिनिधियों की हत्या करने, लूटपाट करने, आगजनी करने, मारपीट करने जैसी कई बड़ी वारदातों में शामिल रहे हैं. एसपी अभिषेक पल्लव और CRPF के DIG विनय कुमार ने सभी नक्सलियों को 10 -10 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि देकर समाज की मुख्य धारा से जुड़ने पर बधाई दी है.
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बता दें, दंतेवाड़ा में 2 महीने पहले शुरू किए गए लोन वर्राटू अभियान के तहत अभी तक कुल 20 इनामी समेत 83 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. 3 दिन पहले ही दंतेवाड़ा पुलिस के समक्ष 5 इनामी सहित 16 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था. हालांकि, पुलिस की सफलता से नक्सली बौखलाए हुए भी हैं. एक दिन पहले ही जिले के कटेकल्याण ब्लॉक में नक्सलियों ने उत्पात मचाते हुए सड़क काटकर मार्ग को बाधित कर दिया था.
'लोन वर्राटू' अभियान से मिल रही सफलता
बस्तर में स्थानीय कैडर के नक्सलियों को सही रास्ते पर लाने के लिए पुलिस लगातार कोशिश कर रही है. इसके तहत दंतेवाड़ा में नक्सलियों के लिए एक अनोखी पहल की शुरुआत की गई है. जिसका नाम लोन वर्राटू दिया गया है, जिसका अर्थ है घर वापस लौटें. इसके लिए पुलिस के जवानों द्वारा गांव-गांव में प्रचार कराया जा रहा है. गांव-गांव में पुलिस अधिकारियों के फोन नंबर भी दिए जा रहे हैं, ताकि समर्पण की इच्छा रखने वाले नक्सली सीधे उनसे संपर्क कर सकें. इस अभियान के तहत अब धीरे-धीरे पूरे दंतेवाड़ा जिले से स्थानीय कैडर के नक्सली इस अभियान के तहत पुलिस से संपर्क कर मुख्य धारा में लौट रहे हैं.