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रेंगानार: टीका लगवाने से था नपुंसक होने का डर, समझाने पर ऐसे माने ग्रामीण कि करीब सौ फीसदी वैक्सीनेशन कराया - renganar gram panchayat

दंतेवाड़ा स्थित रेंगानार राज्य की पहली ऐसी ग्राम पंचायत बन गई है, जहां पर 18 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के लोगों का लगभग शत-प्रतिशत टीकाकरण किया चुका है. रेंगानार दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर नकुलनार रोड पर स्थित है. यहां पर वोटरों की संख्या 310 है, जिसमें से 294 लोगों ने टीकाकरण करवा लिया है. कलेक्टर ने इस उपलब्धि पर ग्राम पंचायत में विकास कार्यों के लिए 20 लाख रुपए की सौगात दी है.

Vaccination in Dantewada
दंतेवाड़ा में टीकाकरण
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Published : Jun 16, 2021, 11:51 AM IST

Updated : Jun 21, 2021, 12:57 PM IST

दंतेवाड़ा: रेंगानार ग्राम पंचायत (Renganar Gram Panchayat) में 18 वर्ष से अधिक आयुवर्ग (Vaccination over 18) के लोगों का लगभग शत-प्रतिशत टीकाकरण हो गया है. कलेक्टर दीपक सोनी (Collector Deepak Soni) ने इसका श्रेय स्वास्थ्यकर्मियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, मितानिनों और कोरोना जागरूकता दल को दिया है. इन्हीं लोगों के प्रयासों के कारण रेंगानार में 294 लोगों ने हिचकिचाहट के बावजूद कोरोना टीकाकरण (Corona vaccination) करवाया है. इस उपलब्धि के बाद कलेक्टर दीपक सोनी ग्राम पंचायत पहुंचे और विकासकार्यों की सौगात दी.

रेंगानार गांव बना मिसाल

कलेक्टर दीपक सोनी ने ग्राम पंचायत में विकासकार्यों के लिए 20 लाख रुपए की राशि जारी की है. जिलाधिकारी ने कहा कि रेंगानार ने उल्लेखनीय सफलता हासिल की है. ये कार्य सरपंच के नेतृत्व में हुआ है. रेंगानार सभी के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है. उन्होंने बाकी ग्राम पंचायतों से भी टीकाकरण में तेजी लाने की अपील की है. कलेक्टर ने कहा कि सीजी टीका (CG Teeka) की वजह से दूरस्थ क्षेत्रों में जहां नेटवर्क और फोन नहीं है, वहां भी टीकाकरण संभव हो पाया है. यहां पहुंचकर उन्होंने मलेरिया मुक्त अभियान के तहत मलेरिया (Malaria) की जांच भी कराई.

रेंगानार के उपसरपंच दारा सिंह तेलामी ने बताया कि लोगों को सुरक्षा के लिए जागरूक किया गया. जागरूकता अभियान में प्रशासन, शिक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिनें शामिल रही. गांव में कुछ लोग आनाकानी कर रहे थे. लोगों के बीच डर था कि माता-पिता नहीं बन पाएंगे. लेकिन फिर समझाने के बाद सभी टीकाकरण केंद्र पहुंचे और वैक्सीनेशन कराया.

villagers of renganar gram panchayat
रेंगानार ग्राम पंचायत के ग्रामीण

आदिवासी बहुत ग्राम पंचायत है रेंगानार

रेंगानार आदिवासी बहुल पहली ऐसी ग्राम पंचायत है, जिसने कोरोना संक्रमण से बचने के लिए ऐसा उदाहरण पेश किया है. यहां पर 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों को कोविड-19 वैक्सीन (covid-19 vaccine) की पहली डोज लग चुकी है. रेंगानार दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर नकुलनार रोड पर स्थित है. यहां पर वोटरों की संख्या 310 है, जिसमें से 294 लोगों ने टीकाकरण करवा लिया है.

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यहां के निवासियों के पास नहीं था इंटरनेट

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जीसी शर्मा एवं सिविल सर्जन डॉ. संजय कुमार बघेल ने बताया कि रेंगानार के सभी निवासियों के पास इंटरनेट (Internet) सुविधा नहीं है. हालांकि ग्रामीणों के उत्साह के आगे यह कमी भी फीकी पड़ गई. जिला प्रशासन ने शुरुआत में रेंगानार के ग्रामीणों के लिए कुआंकोंडा में कई टीकाकरण सत्र आयोजित किए थे. शुरुआत में ग्रामीण टीके को लेकर असमंजस में थे. वे टीकाकरण नहीं करवा रहे थे. ग्रामीणों की इस दुविधा को दूर करने का बीड़ा रेंगानार के सरपंच सनमति तेलामी और कोरोना जागरूकता दल ने उठाया. इन सबने जिला प्रशासन के साथ आत्ममंथन कर उन कारणों को जाना, जिसके कारण रेंगानार के लोग टीकाकरण नहीं करा रहे थे.

फायदे जान लोग टीकाकरण को आए सामने

सरपंच और कोरोना जागरूकता दल ने ग्रामीणों की मनोस्थिति को समझते हुए घर-घर जाकर टीकाकरण के फायदे बताकर लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए राजी किया. रेंगानार पंचायत की जागरूकता टीम के सदस्य संतराम ने कहा कि वैक्सीन को लेकर पहले लोग हिचकिचा रहे थे. हालांकि समझाने के बाद कई लोग टीकाकरण करवाने के लिए सामने आए. इतना ही नहीं इस अभियान में दिव्यांगों (handicapped persons) ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.

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20 हजार रुपये से ज्यादा के विकास कार्यों की दी जाएगी सौगात

दंतेवाड़ा कलेक्टर दीपक सोनी (Dantewada District Collector Deepak Soni) ने कहा कि हर पंचायत में कोरोना जागरूकता टीम बनाई गई है. ये टीमें परीक्षण और टीकाकरण के मुद्दों पर लगातार नजर रखती हैं और लोगों को टीकाकरण करवाने के लिए प्रेरित करती हैं. उन्होंने बताया कि आने वाले कुछ दिनों में रेंगानार को शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने के लिए 20 हजार रुपये से ज्यादा के विकास कार्यों की सौगात दी जाएगी.

दंतेवाड़ा: रेंगानार ग्राम पंचायत (Renganar Gram Panchayat) में 18 वर्ष से अधिक आयुवर्ग (Vaccination over 18) के लोगों का लगभग शत-प्रतिशत टीकाकरण हो गया है. कलेक्टर दीपक सोनी (Collector Deepak Soni) ने इसका श्रेय स्वास्थ्यकर्मियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, मितानिनों और कोरोना जागरूकता दल को दिया है. इन्हीं लोगों के प्रयासों के कारण रेंगानार में 294 लोगों ने हिचकिचाहट के बावजूद कोरोना टीकाकरण (Corona vaccination) करवाया है. इस उपलब्धि के बाद कलेक्टर दीपक सोनी ग्राम पंचायत पहुंचे और विकासकार्यों की सौगात दी.

रेंगानार गांव बना मिसाल

कलेक्टर दीपक सोनी ने ग्राम पंचायत में विकासकार्यों के लिए 20 लाख रुपए की राशि जारी की है. जिलाधिकारी ने कहा कि रेंगानार ने उल्लेखनीय सफलता हासिल की है. ये कार्य सरपंच के नेतृत्व में हुआ है. रेंगानार सभी के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है. उन्होंने बाकी ग्राम पंचायतों से भी टीकाकरण में तेजी लाने की अपील की है. कलेक्टर ने कहा कि सीजी टीका (CG Teeka) की वजह से दूरस्थ क्षेत्रों में जहां नेटवर्क और फोन नहीं है, वहां भी टीकाकरण संभव हो पाया है. यहां पहुंचकर उन्होंने मलेरिया मुक्त अभियान के तहत मलेरिया (Malaria) की जांच भी कराई.

रेंगानार के उपसरपंच दारा सिंह तेलामी ने बताया कि लोगों को सुरक्षा के लिए जागरूक किया गया. जागरूकता अभियान में प्रशासन, शिक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिनें शामिल रही. गांव में कुछ लोग आनाकानी कर रहे थे. लोगों के बीच डर था कि माता-पिता नहीं बन पाएंगे. लेकिन फिर समझाने के बाद सभी टीकाकरण केंद्र पहुंचे और वैक्सीनेशन कराया.

villagers of renganar gram panchayat
रेंगानार ग्राम पंचायत के ग्रामीण

आदिवासी बहुत ग्राम पंचायत है रेंगानार

रेंगानार आदिवासी बहुल पहली ऐसी ग्राम पंचायत है, जिसने कोरोना संक्रमण से बचने के लिए ऐसा उदाहरण पेश किया है. यहां पर 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों को कोविड-19 वैक्सीन (covid-19 vaccine) की पहली डोज लग चुकी है. रेंगानार दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर नकुलनार रोड पर स्थित है. यहां पर वोटरों की संख्या 310 है, जिसमें से 294 लोगों ने टीकाकरण करवा लिया है.

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यहां के निवासियों के पास नहीं था इंटरनेट

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जीसी शर्मा एवं सिविल सर्जन डॉ. संजय कुमार बघेल ने बताया कि रेंगानार के सभी निवासियों के पास इंटरनेट (Internet) सुविधा नहीं है. हालांकि ग्रामीणों के उत्साह के आगे यह कमी भी फीकी पड़ गई. जिला प्रशासन ने शुरुआत में रेंगानार के ग्रामीणों के लिए कुआंकोंडा में कई टीकाकरण सत्र आयोजित किए थे. शुरुआत में ग्रामीण टीके को लेकर असमंजस में थे. वे टीकाकरण नहीं करवा रहे थे. ग्रामीणों की इस दुविधा को दूर करने का बीड़ा रेंगानार के सरपंच सनमति तेलामी और कोरोना जागरूकता दल ने उठाया. इन सबने जिला प्रशासन के साथ आत्ममंथन कर उन कारणों को जाना, जिसके कारण रेंगानार के लोग टीकाकरण नहीं करा रहे थे.

फायदे जान लोग टीकाकरण को आए सामने

सरपंच और कोरोना जागरूकता दल ने ग्रामीणों की मनोस्थिति को समझते हुए घर-घर जाकर टीकाकरण के फायदे बताकर लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए राजी किया. रेंगानार पंचायत की जागरूकता टीम के सदस्य संतराम ने कहा कि वैक्सीन को लेकर पहले लोग हिचकिचा रहे थे. हालांकि समझाने के बाद कई लोग टीकाकरण करवाने के लिए सामने आए. इतना ही नहीं इस अभियान में दिव्यांगों (handicapped persons) ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.

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20 हजार रुपये से ज्यादा के विकास कार्यों की दी जाएगी सौगात

दंतेवाड़ा कलेक्टर दीपक सोनी (Dantewada District Collector Deepak Soni) ने कहा कि हर पंचायत में कोरोना जागरूकता टीम बनाई गई है. ये टीमें परीक्षण और टीकाकरण के मुद्दों पर लगातार नजर रखती हैं और लोगों को टीकाकरण करवाने के लिए प्रेरित करती हैं. उन्होंने बताया कि आने वाले कुछ दिनों में रेंगानार को शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने के लिए 20 हजार रुपये से ज्यादा के विकास कार्यों की सौगात दी जाएगी.

Last Updated : Jun 21, 2021, 12:57 PM IST
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