बिलासपुर: छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा चलाए जा रहे स्पंदन अभियान के तहत 4 जुलाई को बिलासपुर पुलिस ने प्रार्थना भवन में एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की. इस कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक (SP) प्रशांत अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहरी) ओपी शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) संजय ध्रुव और अन्य पुलिस अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे. साथ ही प्रवक्ता के रूप में राज्य मानसिक चिकित्सालय से डॉक्टर मल्लिकार्जुन राव और डॉ प्रशांत रंजन भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे.
एसपी ने स्पंदन अभियान के तहत लगाए गए एक दिवसीय कार्यशाला के दौरान पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को स्ट्रेस को लेकर समझाते हुए कहा कि 'आत्महत्या किसी भी समस्या का हल नहीं होता है. अगर आप तनाव में हैं तो अपनी समस्या को अपने घरवालों और अधिकारियों से शेयर करें. किसी भी समस्या को खुद पर हावी ना होने दें. इसके साथ ही खान-पान पर भी विशेष ध्यान दें.'
दंतेवाड़ा: 2 इनामी सहित 7 नक्सलियों ने किया सरेंडर, नक्सलवाद को कहा बाय-बाय
अधिकारियों से साझा करें परेशानी: एसपी
पुलिस अधीक्षक अग्रवाल ने सभी अधिकारी और कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि तनाव में आकर कभी भी आत्महत्या जैसे गलत कदम ना उठाएं. अपनी समस्याओं का निराकरण करने की पूरी कोशिश करें और अपने कार्य से संबंधित परेशानियों को वरिष्ठ अधिकारियों से साझा कर समस्याएं दूर करें.
डॉक्टरों ने दिए सुझाव
कार्यशाला में मौजूद डॉक्टर मल्लिकार्जुन राव ने बताया कि तनाव को कभी भी अपने ऊपर हावी ना होने दें. साथ ही इनसे बचने के लिए अपने आप को किसी भी काम में, जिसमें आपकी रुचि हो, उसमें व्यस्त रखें. साथ ही किसी भी प्रकार के नशे के आदी बनने से खुद को बचाएं. इसी तरह डॉ. प्रशांत रंजन ने अलग-अलग एक्टिविटी के जरिए तनाव दूर करने के बारे में बताया. उन्होंने योग और संगीत के जरिए तनाव दूर करने का सुझाव दिया.