बिलासपुर: एसईसीआर जोन के बिलासपुर से कटनी के बीच तीसरी लाइन कनेक्टिविटी का काम जारी है. इस काम के लिए रेल प्रशासन दिसंबर से जनवरी तक समय-समय पर ट्रेनों को रद्द कर काम करती है. इस काम से जहां यात्रियों को यात्रा में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं रेल प्रशासन को कई तरह का नुकसान भी उठाना पड़ रहा है.
यह भी पढ़ें: बेमेतरा के साजा आदर्श बालक हाईस्कूल में कोरोना विस्फोट, छात्रों के साथ शिक्षिका कोरोना पॉजिटिव
साउथ ईस्टर्न सेंट्रल रेलवे जोन के बिलासपुर से कटनी के बीच तीसरी और चौथी लाइन कनेक्टिविटी का काम बिलासपुर रेलवे जोन द्वारा कराया जा रहा है. इस काम मे कई यात्री ट्रेनों को रद्द और परिवर्तित मार्गों से चलाया जा रहा है. साउथ ईस्टर्न रेलवे, सेंट्रल रेलवे, एसईसीआर और ईस्ट कोस्ट रेलवे में भी मेन लाइन और बाइलाइन के अलावा इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने का काम किया जा रहा है.
इसकी वजह से इस माह में रेलवे बोर्ड कई सेक्शन में ब्लॉक ले रहा है. इस ब्लॉक की वजह से चारों जोन से चलने वाली लगभग 30 यात्री ट्रेनों को कैंसिल किया गया है. हालांकि रेल प्रशासन पहले इसकी सूचना तो देता है, लेकिन यात्रियों को कई तकलीफों का सामना करना पड़ता है.
एसईसीआर से चलती है 343 यात्री ट्रेन
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन से 343 ट्रेनों का परिचालन होता है जो बिलासपुर सहित जोन के अलग-अलग मंडल बिलासपुर, रायपुर, नागपुर मंडल और इनके कई स्टेशनों से संचालित होती हैं. इसमें भी कई ट्रेनें कोरोनाकाल में पिछले साल बंद कर दिया गया था, लेकिन काफी देरी से इन्हें शुरू तो किया गया था. अब लाइन कनेक्टिविटी के काम की वजह से कैसिल किया जा रहा है.
कोरोना की तीसरी लहर ने की यात्रियों की संख्या कम
पिछले कुछ सप्ताह में कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते मामलों की वजह से ट्रेनों में यात्रा करने वालो की संख्या कम होने लगी है. जिसकी वजह से रिजर्वेशन में रेल प्रशासन को काफी नुकसान हो रहा है, हालांकि इस मामले में रेलवे अधिकारियों का कहना है कि अभी नुकसान का आकलन नहीं कर सकते. क्योंकि पहले सीधे आरक्षण काउन्टर से किया जाता था. उन्हें तत्काल आरक्षण के कम या ज्यादा होने की जानकारी मिल जाती थी, लेकिन अब ज्यादातर आरक्षण ई-टिकट यानी लोग अपने मोबाइल से कर लेते हैं और उसकी पूरी व्यवस्था आईआरसीटीसी करती है. इसलिए इस नुकसान को बता नहीं सकते, लेकिन फिलहाल बहुत ही कम यात्री ट्रेनों में सफर कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें: जशपुर में 'रोको अउ टोको' अभियान की शुरुआत
तीसरी लाइन की कनेक्टिविटी में माल लदान में काफी सुविधा हो जाएगी
रेलवे बोर्ड द्वारा तीसरी और चौथी लाइन की कनेक्टिविटी का काम कंप्लीट कर लिए जाने के बाद जहां यात्री ट्रेनों को विलंब की परेशानी से उभरा जा सकेगा. वहीं, माल लदान में काफी सुविधा होगी. तीसरी और चौथी लाइन शुरू हो जाने के बाद बिना रुकावट के माल गाड़िया अपने गंतव्य की ओर जाएंगी. इससे यात्री गाड़ियों को काफी सुविधा मिलेगी. क्योंकि पहले माल गाड़ियों को आगे करने के लिए यात्री गाड़ियों के परिचालन में देरी की जाती थी और उन्हें बीच स्टेशनों में रोककर मालगाड़ी को आगे बढ़ाया जाता था. इस समस्या से तीसरी और चौथी लाइन के तैयार हो जाने से निजात मिल जाएगा और इससे रेल प्रशासन को मिलने वाले राजस्व की बढ़ोतरी भी हो जाएगी.