बिलासपुर: भूजल स्तर को लेकर बिल्हा निकाय क्षेत्र को शुष्क माना गया है. गर्मी के दिनों में निकाय क्षेत्र के 15 वार्डों में पानी को लेकर अफरा-तफरी का माहौल रहता है. निकाय की ओर से टैंकर के जरिए पानी की सप्लाई की जाती है. समस्या अबतक जस की तस बनी हुई है. शासन-प्रशासन की ओर से सालों पुरानी समस्या को हल करने की नई पहल की जा रही है.
छत्तीसगढ़ शासन ने बिल्हा निकाय क्षेत्रों में जल आपूर्ति के लिए लगभग 16 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं. जल आवर्धन योजना के तहत शिवनाथ नदी से पानी लाने के लिए अब पाइप लाइन का विस्तार किया जा रहा है. क्रियान्वयन के शुरू होते ही भइसगोड़, गोड़ी, उड़गन और मुरकुटा दोगोरी ग्राम पंचायत क्षेत्र से पाइप लाइन बिछाने का कार्य तेजी से चल रहा है.
पढ़ें: प्रदेश सरकार के दो साल पूरे होने पर लगाई गई फोटो प्रदर्शनी
आधुनिक मशीनें लगाने की योजना
बिल्हा नगर पंचायत के मुख्य नगर पालिका अधिकारी मनोज बंजारा ने बताया कि पाइप लाइन विस्तार के बाद नगर में एक वृहद पानी टंकी का निर्माण किया जाएगा. साथ ही पानी को फिल्टर करने के लिए भी आधुनिक मशीनें मौके पर लगाई जाएगी. निकाय के वरिष्ठ इंजीनियर नरेंद्र दुबे की देखरेख में पाइप लाइन विस्तार का कार्य चल रहा है.
पढ़े: इस गौठान में ऐसा क्या है कि यहां की महिलाएं हजारों रुपये कमा रही हैं ?
हर साल होता है अतिरिक्त खर्च
निकाय के उपाध्यक्ष नानक रेलवानी ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और नगरी निकाय मंत्री शिव डहरिया ने नगरवासियों के प्यास बुझाने का प्रयास किया है. पिछले 50 सालों से नगर के 15 वार्डों में पेयजल की समस्या है. हालांकि नगर के वार्डों में 4 पानी टंकी और वार्डवासियों के घरों में टेप नल की सुविधा दी गई है, लेकिन पानी के अभाव में गर्मी के दिनों में समस्या बढ़ जाती है. जलापूर्ति नहीं होने से निकाय को टैंकर के जरिए जल आपूर्ति करनी पड़ती है. जिससे हर साल नगर पंचायत को अतिरिक्त खर्च करना पड़ता है.