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बिलासपुर: प्रशासन की लापरवाही का शिकार हो रही है मनियारी नदी

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Published : Jun 22, 2019, 9:39 AM IST

Updated : Jun 22, 2019, 12:52 PM IST

तखतपुर की जीवनदायिनी मनियारी नदी में जलसंकट गहराता जा रहा है. प्रशासन और खनन माफिया मिलकर नदी के किनारे अवैध खनन कर रहे हैं.

रेत खनन का वीडियो.

बिलासपुर: तखतपुर की जीवनदायिनी मनियारी नदी का अस्तित्व खत्म होता जा रहा है. अवैध रेत खनन के चलते नदी सूख रही है, जिससे पानी की किल्लत बढ़ गई है. प्रशासन का रवैया भी इस मामले में उदासीन नजर आ रहा है.

वीडियो.

खनन माफिया और अधिकारियों की साठगांठ से प्रतिदिन रेत खनन का काम जोरों पर चल रहा है. ग्रामीण द्वारा अवैध खनन की जानकारी देने के बावजूद अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. जाहिर सी बात है इस अवैध खनन में प्रशासन की मिलीभगत को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.अवैध खनन और अंधाधुंध पेड़ों की कटाई से नदी के किनारे की मिट्टी धंसकर गिर गई है.

जल संरक्षण योजनाओं का लाभ नहीं
मनियारी नदी खुडिया बांध के किनारे दर्जनों गांव बसे हैं. इस क्षेत्र के ग्रामीण गहरे जलसंकट से जूझ रहे हैं. ग्रामीणों के साथ पशु पक्षियों को भी पानी संरक्षण योजनाओं के अंतर्गत बने एनिकट से लाभ नहीं मिल रहा है. मनियारी नदी फल, बगीचा, सब्जी उत्पादन क्षेत्र के नाम से मशहूर है. यहां नदी किनारे फल, बगीचे होते थे, सब्जियां लगाई जाती थी, लेकिन आज यह सब समाप्ति के कगार पर है.

अवैध खनन का विडियो आया सामने
क्षेत्र के मनियारी नदी में जेसीबी से खनन करते एक वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में मनियारी नदी के सूरीघाट क्षेत्र में धड़ल्ले से नियम कानून को ताक पर रखकर रेत खनन कार्य किया जा रहा है. वीडियो बनाने वाले ने अधिकारियों को इसकी जानकारी दी, बावजूद इसके मौके पर कोई भी नहीं पहुंचा.

इस विषय में जब तखतपुर तहसीलदार बीएस जोशी से बात की गई, तो उन्होंने साफ कह दिया कि 'वो वीडियो को नहीं मानते, लिखित में शिकायत दो तभी कार्रवाई करेंगे'. वहीं लिखित शिकायत देने के बावजूद संबंधित अधिकारी मामले में कुछ भी कहने से बच रहे हैं. यह साफ दर्शाता है कि किस तरह अधिकारियों की लापरवाही से मनियारी नदी का अस्तित्व खत्म हो रहा है. अब देखना होगा की प्रशासन जल संकट की समस्या को ठीक करने के लिए कब तक ठोस कदम उठाएगा.

बिलासपुर: तखतपुर की जीवनदायिनी मनियारी नदी का अस्तित्व खत्म होता जा रहा है. अवैध रेत खनन के चलते नदी सूख रही है, जिससे पानी की किल्लत बढ़ गई है. प्रशासन का रवैया भी इस मामले में उदासीन नजर आ रहा है.

वीडियो.

खनन माफिया और अधिकारियों की साठगांठ से प्रतिदिन रेत खनन का काम जोरों पर चल रहा है. ग्रामीण द्वारा अवैध खनन की जानकारी देने के बावजूद अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. जाहिर सी बात है इस अवैध खनन में प्रशासन की मिलीभगत को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.अवैध खनन और अंधाधुंध पेड़ों की कटाई से नदी के किनारे की मिट्टी धंसकर गिर गई है.

जल संरक्षण योजनाओं का लाभ नहीं
मनियारी नदी खुडिया बांध के किनारे दर्जनों गांव बसे हैं. इस क्षेत्र के ग्रामीण गहरे जलसंकट से जूझ रहे हैं. ग्रामीणों के साथ पशु पक्षियों को भी पानी संरक्षण योजनाओं के अंतर्गत बने एनिकट से लाभ नहीं मिल रहा है. मनियारी नदी फल, बगीचा, सब्जी उत्पादन क्षेत्र के नाम से मशहूर है. यहां नदी किनारे फल, बगीचे होते थे, सब्जियां लगाई जाती थी, लेकिन आज यह सब समाप्ति के कगार पर है.

अवैध खनन का विडियो आया सामने
क्षेत्र के मनियारी नदी में जेसीबी से खनन करते एक वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में मनियारी नदी के सूरीघाट क्षेत्र में धड़ल्ले से नियम कानून को ताक पर रखकर रेत खनन कार्य किया जा रहा है. वीडियो बनाने वाले ने अधिकारियों को इसकी जानकारी दी, बावजूद इसके मौके पर कोई भी नहीं पहुंचा.

इस विषय में जब तखतपुर तहसीलदार बीएस जोशी से बात की गई, तो उन्होंने साफ कह दिया कि 'वो वीडियो को नहीं मानते, लिखित में शिकायत दो तभी कार्रवाई करेंगे'. वहीं लिखित शिकायत देने के बावजूद संबंधित अधिकारी मामले में कुछ भी कहने से बच रहे हैं. यह साफ दर्शाता है कि किस तरह अधिकारियों की लापरवाही से मनियारी नदी का अस्तित्व खत्म हो रहा है. अब देखना होगा की प्रशासन जल संकट की समस्या को ठीक करने के लिए कब तक ठोस कदम उठाएगा.

Intro:Body:बिलासपुर के विधानसभा तखतपुर की जीवनदायिनी मनियारी नदी का अस्तित्व समाप्त होने जा रहा है । मनियारी नदी में चल रहे अवैध रेत खनन कार्य से जगह जगह नदी में रेत का कुँआ बनाया जा रहा है। जिससे पानी की क़िल्लत बढ़ा है। क्षेत्र अधिकारियों की उपेक्षा का शिकार यह नदी सैकड़ों वर्षों से निरन्तर बहने वाली पिछले चार पांच साल से अस्तित्व समाप्त होने के कगार पर है।
अस्तित्व की लड़ाई लड़ती मनियारी नदी - तखतपुर विधान सभा क्षेत्र की जीवनदायीनी मनियारी नदी जिसे खनन माफिया और अधिकारियों कर्मचारियों के साठगांठ से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रेक्टर रेत भण्डारण का कार्य जोरो से चल रहा है। इस गंभीर विषय पर क्षेत्र अधिकारी कर्मचारियों का पैनी नजर नहीं है ,वहीं ग्रामीण द्वारा खनन की जानकारी देने पर भी कार्रवाई नहीं होना संदेहास्पद है।
क्षेत्र में जगह जगह अवैध भण्डारण - मनियारी नदी के किनारे बसे सभी गांवों में अवैध रेत का भण्डारण देखा जा सकता है परन्तु अधिकारी कर्मचारियों के पास लिखित शिकायतकर्ता नहीं मिलते तब तक अवैध खनन, दोहन कार्य पर कार्रवाई नहीं किया जाता है। जिससे क्षेत्र में अवैध भंडारण देखा जा सकता है।
जल संरक्षण योजनाओं का लाभ नहीं - तखतपुर क्षेत्र में मनियारी नदी खुडिया बांध से विजयपुर,रबेली,पोंडी,करनकापा,चुलघट,लोधीपारा,सूरीघाट,तखतपुर नगर, बेलसरी, छिरहा पचबहरा समेत दर्जनो गाँव नदी किनारे बसा है। जहाँ वर्तमान में पानी की समस्या गहराई है, ग्रामीण परिवार निस्तारी के समस्याओं से जूझ रहे है। ग्रामीणों के साथ पशु पक्षियों को भी पानी संरक्षण योजनाओं के अंतर्गत बने एनिकट से लाभ नहीं मिल रहा है। वहीं अवैध खनन कार्य में लिप्त व्यक्तियों द्वारा पूरा लाभ उठाया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार तखतपुर मनियारी नदीफल बगीचा, सब्जी उत्पादन क्षेत्र के नाम से मसहूर है, यहाँ नदी किनारे फल बगीचे होते थे, सब्जीयां लगाई जाती थी परन्तु वर्तमान में यह सब समाप्ति के कगार में है।
मृदा अपरदन - अवैध खनन एवं अंधाधुंध पेड़ों की कटाई से नदी के किनारे की मिट्टी धंसकर गिर गए है, जिससे हरा भरा नदी उजड़ा दिखाई देता है। जल संरक्षण योजनाओं के अंतर्गत बने एनिकट निर्माण में मिट्टी,रेत कटाव से नदी के किनारे का नक्शा बदल गया है ।
खनिज विभाग कार्यालय नहीं - तखतपुर विधान सभा क्षेत्र में स्थायी रूप से अवैध खनन कर रहे लोगों पर कार्रवाई करने कार्यालय नहीं होने से स्थानीय पुलिस, 112 नम्बर या तहसील में लिखित शिकायत करने के बाद भी प्रशासन द्वारा कार्रवाई नहीं किया जाता है। ऐसे मौका वारदात पर अपराधियों को छापामार कार्रवाई कर पकड़ने खनिज विभाग का स्थाई विभाग नहीं है जिसका असर ,बेख़ौफ खनन कार्य संचालित है।
विडियो आया सामने - तखतपुर विधानसभा क्षेत्र के मनियारी नदी में जेसीबी से खनन करते एक विडियो सामने आया है ।विडियो में मनियारी नदी के सूरीघाट क्षेत्र में धड़ल्ले से नियम कानून को ताक में रखकर रेत खनन कार्य किया जा रहा है। नदी से बाहर मटैरियल निकालने बाकायदा सड़क बना कर खनन कार्य किया जा रहा है। विडियो बनाने वाले द्वारा क्षेत्र अधिकारियों को क्षेत्र में हो रहे अवैध रेत खनन, भण्डारण की जानकारी दिया गया परन्तु मौके पर कोई प्रशासनिक व्यक्ति नहीं पहुँचा।
इस विषय में जब तखतपुर तहसीलदार तखतपुर बी एस जोशी से कार्यालय में सम्पर्क कर अवैध खनन पर तत्काल कार्रवाई क्यों नहीं करने की बात कहने पर बोले पहले लिखित आवेदन दो इसके बाद कार्रवाई करेंगे ।विडियो को नहीं मानते है।
तहसीलदार के इस रवैया देख स्थानीय निवासी विडियो बनाने वाले रामनाथ द्वारा बनाये विडियो को तहसीलदार द्वारा साक्ष्य नहीं मानने पर तत्काल क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन की लिखित आवेदन दिया गया ।आवेदन प्राप्त करने के बाद भी इस विषय में बाइट नहीं दिया, नायब तहसीलदार से सम्पर्क करने की बात कही गई, जब उनसे सम्पर्क किया गया तब उनके द्वारा अवैध खनन पर कुछ भी न कहा और बाइट देने से बचते रहे। sdm kota आशुतोष चतुर्वेदी से फोन सम्पर्क करने पर बताया बाइट लेना है तो कोटा आ जाइए मैं शुक्रवार तखतपुर तहसील में मिल सकता हूँ।
इस विषय में स्थानीय निवासी ग्राम सूरीघाट के रामनाथ कैवर्त द्वारा मनियारी नदी में अवैध रेत खनन कार्य के विषय में लिखित जानकारी दी है। रामनाथ कैवर्त सूरीघाट (काला सफेद बाक्स शर्ट में आवेदन हाथ में लिये हुए )
इन सभी विसंगतियों को ध्यान से देखा जाए तो यह एक प्रकार से तखतपुर जीवन दायिनी मनियारी नदी के दोहन में ऊपर से नीचे तक मिलीभगत दिखाई पड़ता है, सेटेलाईट, फोन, टेक्नालाजी के युग में भी जनता त्वरित कार्रवाई के लिए इंतजार करने मजबूर है। अब देखना होगा कि क्या प्रशासन मनियारी नदी के मिटते अस्तित्व पर ठोस कदम उठा पायेगा?
बाइट ग्रामीण - हिरेन्द कश्यप चुलघट तखतपुर
sdm bite ashutosh chaturvedi

रिपोर्ट नरेन्द्र ध्रुव तखतपुर बिलासपुर छत्तीसगढ़। Conclusion:
Last Updated : Jun 22, 2019, 12:52 PM IST
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