बिलासपुर: हिर्री थाने से लगे गणेश नगर बस्ती में जब विस्फोटक से उड़े पत्थर पहुंचे, तो घबराए लोग सीधे पुलिस स्टेशन पहुंच गए और विस्फोट बंद कराने की मांग की. ग्रामीणों का आरोप है कि थाने के पीछे डोलोमाइट माइन्स की निजी खदान है, जहां का संचालक द्वारिका प्रसाद गुप्ता अक्सर पत्थर तोड़ने के लिए भारी विस्फोटक का इस्तेमाल करता है.
जानकारी के मुताबिक, खदान में क्षमता से ज्यादा विस्फोटक का प्रयोग किया गया. इस वजह से ब्लास्ट होने पर पत्थर उड़कर ग्रामीणों के घरों तक पहुंच गए. विस्फोट से ग्रामीणों के मकानों में दरारें भी पड़ गई. हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई है. ग्रामीणों का आरोप है कि घर के बाहर छोटे-छोटे बच्चे खेलते रहते हैं, ऐसे में ब्लास्ट होने से उन पर ज्यादा खतरा मंडराता है.
खनिज विभाग से अधिकृत है खदान
इस मामले में पुलिस का कहना है कि थाना परिसर से लगी डोलोमाइंस खदान खनिज विभाग से अधिकृत है. जहां पत्थरों को तोड़ने के लिए विस्फोटक पदार्थ का इस्तेमाल किया गया है, लेकिन ज्यादा मात्रा में विस्फोटक इस्तेमाल किए जाने से यहां की स्थिति बिगड़ी है. बस्ती वालों की शिकायत पर पुलिस ने मामले में जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.
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बीते 25 वर्षों से हिर्री थाने के पीछे डोलोमाइट की खदान संचालित है. कई बार ऐसा हो चुका है जब तेज विस्फोट से पत्थर के टुकड़े उड़कर थाने के साथ ही लोगों के घरों में घुसे हैं. वहीं कई घरों में पहले भी ब्लास्ट से दरारें पड़ चुकी हैं. पुलिस ने पहले भी इस मामले में एतराज जताया है, लेकिन खनिज विभाग से अधिकृत खदान में हो रहे विस्फोट को पुलिस भी रोकने में विफल रही. थाने की दीवारें और पुलिसकर्मियों के मकान कई बार प्रभावित हुए, लेकिन खनिज विभाग से अधिकृत खदान पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.