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बिलासपुर के राज्य खेल अकादमी में लगातार चोरी से प्रशासन की नींद हराम - बिलासपुर जिला एथलेटिक्स संघ के जिला अध्यक्ष

Bilaspur crime news बिलासपुर में 80 करोड़ की लागत से छत्तीसगढ़ राज्य का पहला खेल अकादमी केंद्र बनाया गया. पिछले दिनों अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में नेशनल एथलेटिक्स टूर्नामेंट का आयोजन किया गया था. लेकिन टूर्नामेंट खत्म होते ही फिर प्रशासन की लापरवाही देखने को मिल रही है. प्रशासन की लापरवाही और देखरेख के अभाव में खेल अकादमी बिलासपुर के कीमती सामान चोरी हो गये.

theft in State Sports Academy of Bilaspur
बिलासपुर के राज्य खेल अकादमी में लगातार चोरी
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Published : Nov 8, 2022, 9:49 PM IST

बिलासपुर: बिलासपुर राज्य खेल परिसर में पिछले दिनों अक्टूबर के आखरी सप्ताह में नेशनल एथलेटिक्स गेम्स हुए थे. इस स्पर्धा में 20 राज्यों के खिलाड़ियों के लिए रहने की व्यवस्था राज्य खेल परिसर बहतराई में की गई थी. चैम्पियनशिप शुरू होने के पहले यहां 18 लाख रुपए खर्च कर बाथरूम, टॉयलेट और कई निर्माण कराये गए, जो प्रशासन की लापरवाही और देखरेख के अभाव में चोरी (theft in State Sports Academy of Bilaspur) हो गये. राज्य खेल प्रशिक्षण केंद्र में सिक्योरिटी के जिम्मेदार एक दूसरे पर आरोप मढ़ रहे हैं. मामले की सूचना मिलने पर कलेक्टर ने जांच करने की बात कही है. Bilaspur crime news

बिलासपुर के राज्य खेल अकादमी में चोरी

क्या है पूरा मामला: पिछले दिनों अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में नेशनल एथलेटिक्स टूर्नामेंट का आयोजन किया गया था. आयोजन के पहले पीडब्ल्यूडी ने डीएमएफ फण्ड से 18 लाख रुपए खर्च कर खिलाड़ियों के लिए टॉयलेट, बाथरूम, कमरे, प्लेग्राउंड और कई संसाधनों की व्यवस्था की थी. लेकिन टूर्नामेंट खत्म होते ही फिर प्रशासन की लापरवाही देखने को मिल रही है. पीडब्ल्यूडी और खेल विभाग एक दूसरे पर अपनी जिम्मेदारी का ठीकरा फोड़ खुद को बचाने की कोशिश कर रहे हैं.

राज्य का पहला खेल अकादमी बेहाल: छत्तीसगढ़ राज्य का पहला खेल अकादमी बिलासपुर में बनाया गया है. यहां 80 करोड़ की लागत से इनडोर और आउटडोर स्टेडियम के साथ ही एथलेटिक्स, हॉकी, बास्केटबॉल जैसे कई कोर्ट बनाए गए हैं. राज्य के साथ ही जिले के भी स्पोर्टस कॉम्पिटिशन यहां कराया जाता है. खेल परिसर को बने कुछ ही साल हुए हैं, लेकिन देखरेख के अभाव में स्थिति बद से बदतर होती जा रही है.

यह भी पढ़ें: Bilaspur crime news : फर्जी दस्तावेज बनाकर दिलवाया लोन, आरोपी युवक गिरफ्तार


दुखद है कि जिम्मेदार ने अपनी ड्यूटी नहीं निभाई: बिलासपुर जिला एथलेटिक्स संघ के जिला अध्यक्ष विजय केसरवानी ने कहा कि "इतने बड़ा आयोजन हुआ, देश के खिलाड़ी यह आकर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे थे. लेकिन चैंपियनशिप खत्म होने के बाद स्टेडियम की व्यवस्थाओं की अगर बात करें, तो सामान चोरी होना, सुरक्षा व्यवस्था नहीं होना और जिम्मेदारी से दूर भागना. यह बहुत ही दुखद है. जिसे जिम्मेदारी मिली थी, यदि वह अपना काम सही ढंग से करता, तो भारी भरकम लगाई गई राशि बर्बाद नहीं होती. आने वाले समय में इसका लाभ निरंतर खिलाड़ियों को मिलता रहता.

विभाग नहीं निभा पा रहा अपनी जिम्मेदारी: प्रदेश का पहला राज्य खेल परिसर होने के नाते पिछली सरकार ने यहां करोड़ों रुपए खर्च किया. ताकि जिले के साथ ही प्रदेश के खिलाड़ियों को इसका फायदा मिल सके. प्रदेश में होने वाले बड़े आयोजनों को बिलासपुर में कराने की मंशा के साथ राज्य खेल परिसर का निर्माण कराया गया. लेकिन यहां जिम्मेदार विभाग अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा पा रहा है. सुरक्षा गार्ड होने के बावजूद यहां चोरियां होना एक बड़ा सवाल पैदा करता है. यदि जिम्मेदार अपनी सही ड्यूटी निभाते, तो शायद भारी-भरकम राशि खर्च कर की गई व्यवस्था आज दुरुस्त रहती.

बिलासपुर: बिलासपुर राज्य खेल परिसर में पिछले दिनों अक्टूबर के आखरी सप्ताह में नेशनल एथलेटिक्स गेम्स हुए थे. इस स्पर्धा में 20 राज्यों के खिलाड़ियों के लिए रहने की व्यवस्था राज्य खेल परिसर बहतराई में की गई थी. चैम्पियनशिप शुरू होने के पहले यहां 18 लाख रुपए खर्च कर बाथरूम, टॉयलेट और कई निर्माण कराये गए, जो प्रशासन की लापरवाही और देखरेख के अभाव में चोरी (theft in State Sports Academy of Bilaspur) हो गये. राज्य खेल प्रशिक्षण केंद्र में सिक्योरिटी के जिम्मेदार एक दूसरे पर आरोप मढ़ रहे हैं. मामले की सूचना मिलने पर कलेक्टर ने जांच करने की बात कही है. Bilaspur crime news

बिलासपुर के राज्य खेल अकादमी में चोरी

क्या है पूरा मामला: पिछले दिनों अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में नेशनल एथलेटिक्स टूर्नामेंट का आयोजन किया गया था. आयोजन के पहले पीडब्ल्यूडी ने डीएमएफ फण्ड से 18 लाख रुपए खर्च कर खिलाड़ियों के लिए टॉयलेट, बाथरूम, कमरे, प्लेग्राउंड और कई संसाधनों की व्यवस्था की थी. लेकिन टूर्नामेंट खत्म होते ही फिर प्रशासन की लापरवाही देखने को मिल रही है. पीडब्ल्यूडी और खेल विभाग एक दूसरे पर अपनी जिम्मेदारी का ठीकरा फोड़ खुद को बचाने की कोशिश कर रहे हैं.

राज्य का पहला खेल अकादमी बेहाल: छत्तीसगढ़ राज्य का पहला खेल अकादमी बिलासपुर में बनाया गया है. यहां 80 करोड़ की लागत से इनडोर और आउटडोर स्टेडियम के साथ ही एथलेटिक्स, हॉकी, बास्केटबॉल जैसे कई कोर्ट बनाए गए हैं. राज्य के साथ ही जिले के भी स्पोर्टस कॉम्पिटिशन यहां कराया जाता है. खेल परिसर को बने कुछ ही साल हुए हैं, लेकिन देखरेख के अभाव में स्थिति बद से बदतर होती जा रही है.

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दुखद है कि जिम्मेदार ने अपनी ड्यूटी नहीं निभाई: बिलासपुर जिला एथलेटिक्स संघ के जिला अध्यक्ष विजय केसरवानी ने कहा कि "इतने बड़ा आयोजन हुआ, देश के खिलाड़ी यह आकर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे थे. लेकिन चैंपियनशिप खत्म होने के बाद स्टेडियम की व्यवस्थाओं की अगर बात करें, तो सामान चोरी होना, सुरक्षा व्यवस्था नहीं होना और जिम्मेदारी से दूर भागना. यह बहुत ही दुखद है. जिसे जिम्मेदारी मिली थी, यदि वह अपना काम सही ढंग से करता, तो भारी भरकम लगाई गई राशि बर्बाद नहीं होती. आने वाले समय में इसका लाभ निरंतर खिलाड़ियों को मिलता रहता.

विभाग नहीं निभा पा रहा अपनी जिम्मेदारी: प्रदेश का पहला राज्य खेल परिसर होने के नाते पिछली सरकार ने यहां करोड़ों रुपए खर्च किया. ताकि जिले के साथ ही प्रदेश के खिलाड़ियों को इसका फायदा मिल सके. प्रदेश में होने वाले बड़े आयोजनों को बिलासपुर में कराने की मंशा के साथ राज्य खेल परिसर का निर्माण कराया गया. लेकिन यहां जिम्मेदार विभाग अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा पा रहा है. सुरक्षा गार्ड होने के बावजूद यहां चोरियां होना एक बड़ा सवाल पैदा करता है. यदि जिम्मेदार अपनी सही ड्यूटी निभाते, तो शायद भारी-भरकम राशि खर्च कर की गई व्यवस्था आज दुरुस्त रहती.

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