बिलासपुर: द विजडम ट्री फाउंडेशन ने जरूरतमंदों की मदद का बीड़ा उठाया है. इसी कड़ी में इस संस्था ने चंडीगढ़ में फंसे दो मजदूरों की मदद की है. द विजडम ट्री फाउंडेशन के सदस्य समाजसेवी ऋषभ शर्मा को एक फोन कॉल आया था, जिसमें एक व्यक्ति ने रोते हुए मदद की गुहार लगाई थी. जिसके बाद उन्होंने उसे ढांढस बंधाते हुए उसका परिचय और परेशानी पूछी. जिसके बाद उसकी व्यथा सुनते ही उसे उसके घर पहुंचाया गया.
ट्रेन में करवाया रिजर्वेशन
दरअसल फोन करने वाले व्यक्ति ने अपना नाम चित्रसेन राजपूत बताया और चंडीगढ़ में लॉकडाउन में फंसे होने की बात कही. उसने बताया कि वो अपने दो भाईयों के साथ फंसा हुआ है और भूखा है. उनकी इस तकलीफ को सुनने के बाद ऋषभ शर्मा ने चंडीगढ़ में नजदीकी थाने में बात कर उनके रहने और खाने की व्यवस्था कराई. जैसे ही प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन के तीसरे चरण में प्रवासी मजदूरों के अपने-अपने घर लौटने की स्वीकृति दी, ऋषभ शर्मा ने उन मजदूरों का पठानकोट से जांजगीर-चांपा की ट्रेन में रिजर्वेशन कराया. उनके चांपा पहुंचने पर वहां के COVID-19 के स्टेशन प्रभारी से बात कर उनके रहने की व्यवस्था कराई.
किया गया क्वॉरेंटाइन
बताया जा रहा है कि चांपा में फिलहाल चित्रसेन और उसके भाईयों को क्वॉरेंटाइन किया गया है. कुछ दिनों बाद उन्हें अपने गृहग्राम भेजने की व्यवस्था कर दी जाएगी. बता दें कि इस समय सवयंसेवक ऋषभ शर्मा देवदूत की तरह अनेक परिवारों को उनके जरूरत के अनुसार राशन, आर्थिक सहयोग और उनके घर पहुंचाने के लिए सहायता प्रदान कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर द विज़डम ट्री फाउंडेशन अन्य प्रदेशों से अपने-अपने घरों को लौट रहे अप्रवासी मजदूरों के भोजन की व्यवस्था कर रहा है.
हमेशा लोगों की मदद के लिए रहते हैं उपस्थित
कोरोना वायरस के चलते लगे लॉकडाउन में द विजडम ट्री फाउंडेशन के सदस्य इन दिनों लोगों की मदद कर रहे हैं. जिसमें अंकित दुबे, ऋषभ शर्मा, विनय डे, अनिरुद्ध जायसवाल, अमन गुप्ता, ऋषि गौतम, नयन मौर्य, अर्पण अग्रवाल, सोहेल खान, आशीष भोसले, अभिजीत भट्टाचार्य और रोहित शामिल हैं.