बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना संकट के बीच बेरोजगारी एक भयानक समस्या बनकर सामने आई है. राज्य सरकार शिक्षकों की नियुक्ति समेत प्रदेश के तमाम रिक्त पदों पर भर्ती में लेटलतीफी कर रही है. इन मुद्दों को लेकर शुक्रवार से आम आदमी पार्टी आमरण अनशन कर एक व्यापक लड़ाई लड़ेगी. इस बात की जानकारी आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शिवनाथ केशरवानी ने दी.
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आप प्रवक्ता ने कहा कि बीते डेढ़ साल से 14 हजार 580 शिक्षकों की नियुक्ति का मामला अभी भी अधर में लटका हुआ है. छात्रों के डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के बाद भी सरकार की ओर से कोई चयनित अभ्यर्थियों की सूची जारी नहीं की गई है. इससे छात्र दुखी हैं. आम आदमी पार्टी की मांग है कि सरकार कम से कम चुने हुए अभ्यर्थियों की सूची जारी कर दे, ताकि प्रदेश के चयनित युवक राहत की सांस लें.
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कोमल हुपेंडी आमरण अनशन पर बैठेंगे
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि शुक्रवार से हमारे प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी लगातार राजधानी रायपुर में आमरण अनशन पर बैठ रहे हैं. यदि जल्द उनकी मांग पूरी नहीं होती है, तो आगे जिला स्तर पर और फिर विधानसभा स्तर पर अपने आंदोलन को तेज किया जाएगा.
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बेरोजगारी की समस्या से मिले राहत
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि हमारी दूसरी मांग प्रदेशभर के तमाम शासकीय नियुक्ति को लेकर है. शिक्षकों की तत्काल नियुक्ति और अन्य रिक्त पदों पर भर्ती को लेकर शुक्रवार से आंदोलन को अंजाम दिया जाएगा, जिससे कोरोना पीरियड में बेरोजगारी की समस्या से युवाओं को बहुत हद तक राहत मिल सके.