बिलासपुर: सिविल लाइन पुलिस ने स्टेट बार काउंसिल चुनाव में मतपत्र से छेड़छाड़ के आरोप में काउंसिल की तत्कालीन सह-सचिव मल्लिका बल को गिरफ्तार किया गया है. जानकारी के मुताबिक गिरफ्तारी से पहले मल्लिका बल से महिला थाना में पूछताछ की गई थी. जिसके बाद मल्लिका बल को गिरफ्तार कर लिया गया है.
बताया जा रहा है, पांच साल पहले छत्तीसगढ़ स्टेट बार काउंसिल चुनाव के लिए मतदान हुआ था. इस दौरान मतपत्रों को स्टेट बार कार्यालय में रखा गया था. बार काउंसिल के चुनाव में वरीयता क्रम में वोट डाले गए थे. जिसके बाद मतगणना के पहले चरण में प्रथम वरीयता वोटों की गिनती की गई थी. वहीं दूसरे चरण में दूसरी वरीयता की मतगणना हुई थी. इसी क्रम में मतगणना के दौरान गड़बड़ी का मामला सामने आया था.
मतपत्र से छेड़छाड़ करने का आरोप
प्रथम चरण की गिनती में बहुत पीछे रहने वाले वकीलों को सेकेंड वरीयता में रिकार्ड तोड़ वोट मिले थे. जिसपर अधिवक्ताओं ने मतपत्र से छेड़छाड़ और टेम्परिंग का आरोप लगाया था. साथ ही मतगणना रोकने और जांच की मांग को लेकर सिविल लाइन थाना में बार काउंसिल की तत्कालीन सचिव मल्लिका बल के खिलाफ शिकायत की गई थी. जिसके बाद मामला कोर्ट में था, इसलिए पुलिस शिकायत दर्ज होने के बाद भी कार्रवाई नहीं कर रही था. बाद में कोर्ट ने वरिष्ठ अधिवक्ताओं की कमेटी बनाकर मामले की जांच के आदेश दिए थे.
कार्रवाई के निर्देश
कोर्ट के निर्देश के बाद जांच समिति ने जांच के बाद रिपोर्ट पेश की थी. रिपोर्ट में बताया गया है कि मतपत्र में टेम्परिंग की गई है. ऐसा कर वरीयता क्रम को बढ़ाया गया है. जिसके बाद रिपोर्ट पर कोर्ट ने पुलिस को दोषी के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए है.
सही पाया गया टेम्परिंग का मामला
मामले को खत्म करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने टेम्परिंग को लेकर ट्रिब्यूनल में जाने को कहा था. इसके साथ ही एक आदेश के बाद हैंडराइटिंग मिलान के लिए बैलेट को हैदराबाद भी भेजा गया था. हैदराबाद की रिपोर्ट में टेम्परिंग का मामला सही पाया गया था. इसके बाद पुलिस ने मामले में FIR दर्ज कर जांच शुरू की है.
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बार काउंसिल के चौकीदार से भी पूछताछ की गई है. वहीं पुख्ता होने के बाद सिविल लाइन पुलिस ने चार दिन पहले काउंसिल के कर्मचारियों का बयान दर्ज किया था. अब मामले में काउंसिल के तत्कालीन सचिव मल्लिका बल को गिरफ्तार किया गया है.