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बिलासपुर: स्कूलों को नहीं मिली आदेश की लिखित कॉपी, शाला नहीं पहुंचे छात्र

स्कूल शिक्षा विभाग के एक दिन पहले मिले आदेश की लिखित प्रति स्कूलों तक नहीं पहुंच पाई है. जिसके कारण बिलासपुर में लगभग स्कूल आज बंद ही रहे. स्कूलों में शिक्षकों की मौजूदगी रही लेकिन छात्र नहीं पहुंचे. जिसके कारण पढ़ाई नहीं हो पाई है.

Schools did not get the written copy of the order
स्कूलों को नहीं मिली आदेश की लिखित कॉपी
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Published : Sep 2, 2021, 2:29 PM IST

बिलासपुर: स्कूल शिक्षा विभाग (School Education Department) ने बुधवार को सभी कक्षाएं ऑफलाइन मोड में प्रारंभ करने के आदेश जारी कर दिए हैं. हालांकि आदेश में यह भी कहा गया है कि ऑनलाइन कक्षाएं भी पूर्ववत ही जारी रहेगी. अब तक 6वीं, 7वीं, 9वीं और 11वीं कक्षाएं बंद रखने आदेश दिए गए थे. इन कक्षाओं के अतिरिक्त शेष कक्षाओं को ही खोलने की अनुमति शासन द्वारा दी गई थी.

शासकीय और निजी दोनों ही शैक्षणिक संस्थान अब पहले से 12वीं कक्षा तक संचालन ऑफलाइन मोड में कर सकेंगे. इन कक्षाओं के लिए भी वही नियम लागू होंगे, जो अन्य कक्षाओं के लिए पहले लागू किए गए थे. इन कक्षाओं को संचालित करने से पहले भी पालक और स्थानीय समितियों से अनुमति लेनी होगी. विद्यार्थियों को 1 दिन के बाद बुलाया जाएगा. उसी छात्रों को ही प्रतिदिन बुलाया जाएगा या कक्षाएं उन्हें जिलों में प्रारंभ की जाएगी.

स्कूलों को नहीं मिली आदेश की लिखित कॉपी

जहां कोरोना संक्रमण कते 7 दिनों तक पॉजिटिविटी 1% से कम हो. बिलासपुर के कुछ स्कूल खुले तो जरूर हैं लेकिन कक्षाए बंद हैं. बिलासपुर के चांटीडीह स्कूल में टीचर तो पहुंच गए, लेकिन छात्र नहीं. हेड मास्टर ने बताया कि उन्हें अभी लिखित में आदेश नहीं मिला है

लेकिन मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली थी कि आज से स्कूल खुलने वाले हैं. इसलिए वह स्टाफ सहित पहुंच गए हैं. लेकिन उन्होंने कहा कि अभी शासन के नियम के अनुसार, पार्षद की अनुमति और पालक संघ के अलावा बच्चों के पालक हो से अनुमति लेनी है. वह अभी प्रक्रिया नहीं हो पाई है. इसलिए स्कूल खुलना संभव नहीं है. इस प्रक्रिया को पूरा करने में लगभग 2 दिन और लग सकते हैं. उसके बाद ही स्कूल खोले जा सकेंगे. हेड मास्टर ने कहा कि स्कूल सोमवार से ही खुल सकेगा.

कोरबा: शासन के आदेश के बाद आखिरकार खुले स्कूल, सीमित संख्या में पहुंचे छात्र

स्कूल खोलने के मामले में जिला शिक्षा अधिकारी से बात करने पर उन्होंने बताया कि उन्हें कल शाम 4:00 बजे आदेश मिला है और वे शाम के व्हाट्सएप के माध्यम से सभी स्कूलों के हेड मास्टर और प्राचार्य को आदेश जारी कर दिए हैं. लेकिन उन्होंने भी यह माना कि स्कूल खुलने में एक-दो दिन का समय लगेगा. क्योंकि शाला विकास समिति (School Development Committee) के अलावा सरपंच पार्षद और चालकों के अनुमति के बिना स्कूल में कक्षाएं नहीं लगाई जा सकेंगी. इसके अलावा कोविड-19 के अनुसार थी स्कूल में 50% बच्चों को ही कक्षा में बिठाया जा सकेगा.

स्कूलों में पहले से ही कक्षा पहली और से लेकर कक्षा 5वीं तक की स्कूल लगाई जा रही है. लेकिन स्कूलों की स्थिति को देखकर लगता है कि कोरोना को आमंत्रण दिया जा रहा है. क्योंकि जिस तरह स्कूलों में व्यवस्था की गई है, यह पर्याप्त नहीं है. इसके अलावा कक्षा में बच्चों को बिठाए जाने को लेकर भी काफी लापरवाही नजर आ रही है. बच्चे आपस में एक दूसरे के करीब बैठे हैं और कोविड गाइडलाइन का पालन (follow covid guideline) नहीं कर रहे हैं.

बिलासपुर: स्कूल शिक्षा विभाग (School Education Department) ने बुधवार को सभी कक्षाएं ऑफलाइन मोड में प्रारंभ करने के आदेश जारी कर दिए हैं. हालांकि आदेश में यह भी कहा गया है कि ऑनलाइन कक्षाएं भी पूर्ववत ही जारी रहेगी. अब तक 6वीं, 7वीं, 9वीं और 11वीं कक्षाएं बंद रखने आदेश दिए गए थे. इन कक्षाओं के अतिरिक्त शेष कक्षाओं को ही खोलने की अनुमति शासन द्वारा दी गई थी.

शासकीय और निजी दोनों ही शैक्षणिक संस्थान अब पहले से 12वीं कक्षा तक संचालन ऑफलाइन मोड में कर सकेंगे. इन कक्षाओं के लिए भी वही नियम लागू होंगे, जो अन्य कक्षाओं के लिए पहले लागू किए गए थे. इन कक्षाओं को संचालित करने से पहले भी पालक और स्थानीय समितियों से अनुमति लेनी होगी. विद्यार्थियों को 1 दिन के बाद बुलाया जाएगा. उसी छात्रों को ही प्रतिदिन बुलाया जाएगा या कक्षाएं उन्हें जिलों में प्रारंभ की जाएगी.

स्कूलों को नहीं मिली आदेश की लिखित कॉपी

जहां कोरोना संक्रमण कते 7 दिनों तक पॉजिटिविटी 1% से कम हो. बिलासपुर के कुछ स्कूल खुले तो जरूर हैं लेकिन कक्षाए बंद हैं. बिलासपुर के चांटीडीह स्कूल में टीचर तो पहुंच गए, लेकिन छात्र नहीं. हेड मास्टर ने बताया कि उन्हें अभी लिखित में आदेश नहीं मिला है

लेकिन मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली थी कि आज से स्कूल खुलने वाले हैं. इसलिए वह स्टाफ सहित पहुंच गए हैं. लेकिन उन्होंने कहा कि अभी शासन के नियम के अनुसार, पार्षद की अनुमति और पालक संघ के अलावा बच्चों के पालक हो से अनुमति लेनी है. वह अभी प्रक्रिया नहीं हो पाई है. इसलिए स्कूल खुलना संभव नहीं है. इस प्रक्रिया को पूरा करने में लगभग 2 दिन और लग सकते हैं. उसके बाद ही स्कूल खोले जा सकेंगे. हेड मास्टर ने कहा कि स्कूल सोमवार से ही खुल सकेगा.

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स्कूल खोलने के मामले में जिला शिक्षा अधिकारी से बात करने पर उन्होंने बताया कि उन्हें कल शाम 4:00 बजे आदेश मिला है और वे शाम के व्हाट्सएप के माध्यम से सभी स्कूलों के हेड मास्टर और प्राचार्य को आदेश जारी कर दिए हैं. लेकिन उन्होंने भी यह माना कि स्कूल खुलने में एक-दो दिन का समय लगेगा. क्योंकि शाला विकास समिति (School Development Committee) के अलावा सरपंच पार्षद और चालकों के अनुमति के बिना स्कूल में कक्षाएं नहीं लगाई जा सकेंगी. इसके अलावा कोविड-19 के अनुसार थी स्कूल में 50% बच्चों को ही कक्षा में बिठाया जा सकेगा.

स्कूलों में पहले से ही कक्षा पहली और से लेकर कक्षा 5वीं तक की स्कूल लगाई जा रही है. लेकिन स्कूलों की स्थिति को देखकर लगता है कि कोरोना को आमंत्रण दिया जा रहा है. क्योंकि जिस तरह स्कूलों में व्यवस्था की गई है, यह पर्याप्त नहीं है. इसके अलावा कक्षा में बच्चों को बिठाए जाने को लेकर भी काफी लापरवाही नजर आ रही है. बच्चे आपस में एक दूसरे के करीब बैठे हैं और कोविड गाइडलाइन का पालन (follow covid guideline) नहीं कर रहे हैं.

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