बिलासपुर : भारत में इस समय तंबाकू और अनियमित खान पान से कैंसर जैसी बीमारी फैल रही है.कैंसर कई तरह का होता है. मुंह का कैंसर. गले में कैंसर. स्तन कैंसर और पेट के अलग-अलग जगह पर कैंसर के वायरस पैदा होते हैं. लेकिन कैंसर अब लाइलाज बीमारी नहीं रही.आधुनिक चिकित्सा पद्धति में कैंसर का इलाज संभव है. व्यक्ति को सही समय पर यदि बीमारी की जानकारी लग जाए तो कैंसर का इलाज संभव है.कैंसर की ग्रसित व्यक्ति पूरी तरह से ठीक भी हो जाता है. कैंसर से कैसे बचे, इसके अलावा कैंसर होने पर क्या करना चाहिए यह सारी जानकारी कैंसर स्पेशलिस्ट डॉक्टर अमित वर्मा ने दी.
स्तन कैंसर को लेकर भ्रामक है जानकारी : इस समय महिलाओं में स्तन कैंसर की बीमारी अत्यधिक फैल रही है. इस बीमारी का सही समय पर जानकारी लगने पर इलाज भी हो रहा है. लेकिन हम आपको बता दें कि स्तन कैंसर की बीमारी की एक भयानक अफवाह भी फैल चुकी है. लोगों में यह अफवाह है कि स्तनों के बड़े आकार होने की वजह से स्तन कैंसर होता है. यही वजह है कि महिलाओं को यह भय सताने लगा है. कई महिलाएं इस भ्रामक जानकारी को सुनने के बाद अस्पताल भी पहुंचती हैं और उनके इस दर को डॉक्टर दूर करते है.
बिलासपुर अपोलो अस्पताल के कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ. अमित वर्मा ने बताया कि महिलाओं में स्तन कैंसर को लेकर अफवाह है कि स्तनों के सामान्य से बड़े और छोटे आकार होने से स्तन कैंसर होता है. जबकि ये पूरी तरह गलत और भ्रामक जानकारी है. स्तन कैंसर का छोटे या बड़े आकार से कोई लेना देना नहीं होता. इससे कैंसर नहीं होता. स्तन कैंसर अपने आप होने वाली बीमारी है. इसका इलाज भी आसानी से हो जाता है. स्तन कैंसर की एक और अफवाह है कि इसके ऑपरेशन में स्तन काट कर निकाल दिए जाते हैं. जबकि स्तन का ऑपरेशन किनारे चीरा लगाकर किया जाता है.स्तन को काटा नहीं जाता.
स्तन कैंसर के लक्षण और इसका इलाज संभव है : डॉक्टर अमित वर्मा ने बताया कि स्तन कैंसर के कई लक्षण होते हैं. यदि महिला इसे खुद जानने की कोशिश करें कि उन्हें यह रोग लगा है कि नहीं तो वह खुद अपनी जांच कर इसे जान सकती है कि उनमें यह बीमारी उत्पन्न हो रही है.
1. जैसे स्तन में गठान पड़ जाना यह भी एक लक्षण होता है.
2. निप्पल से रिसाव.
3. स्तन में कोई घाव जो ठीक नही हो रहा.
4. स्तन का आकार बदलना या बगल में गठान होना.
लक्षण मिलने पर क्या करें ? : डॉ अमित वर्मा ने कहा कि यदि स्तन में बताए गए इस तरह के लक्षण पाए जाते हैं तो खुद एक बार फिर से इस पर ध्यान देकर इसे खुद एग्जामिन करें. इसके बाद तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें. क्योंकि इस तरह के लक्षण यदि महिलाओं को स्तन में दिखते हैं तो यह उनके स्तन में कैंसर का शुरुआती दौर होगा. इलाज जल्दी शुरु करने पर बीमारी ज्यादा नहीं बढ़ेगी.इसके अलावा महिलाएं सालाना अपने स्तन की जांच करवाएं.जिससे शुरुआती दौर में ही इस बीमारी की जानकारी लग सकती है.थोड़ा सा सजग रहने पर बीमारी से बचा जा सकता है.