बिलासपुर : दूसरों को कानून का पाठ पढ़ाने वाले ही खुद कानून को हाथ में लेने लगे तो कानून के प्रति सम्मान कैसे बढ़ेगा. पुलिस लाइन में कुछ ऐसा ही मामला देखने को मिला. जहां पुलिस लाइन के रक्षित निरीक्षक यानी आरआई ने ही रक्षित केंद्र में खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ कर दी. घटना में करीब चार से अधिक गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुई हैं. इन गाड़ियों का इस्तेमाल वीआईपी मूवमेंट के दौरान किया जाता है. लेकिन अब गाड़ियों में तोड़फोड़ के बाद इनके ड्राइवर और मालिकों में काफी गुस्सा है, जिन्होंने एसपी से शिकायत की बात कही है.
अचानक पहुंचे आरआई और करने लगे तोड़फोड़: बिलासपुर रक्षित केंद्र में विभागीय कार्य के लिए गाड़ियों को हायर किया गया है. बताया जा रहा है रोज की तरह गाड़ियों को ड्राइवर ने लाइन में हाजरी के बाद शेड के पास पार्क किया हुआ था. आरोप है कि इसी दौरान लाइन के आरआई धनेंद्र ध्रुव अचानक वहां पहुंचे और गाड़ियों में तोड़फोड़ करने लगे. गाड़ियों के शीशे, हेडलाइट और मिरर तोड़ डाले.
एसपी से शिकायत करने की बात : इधर आरआई के इस कृत्य को लेकर गाड़ी मालिक और ड्राइवर काफी नाराज हैं. गाड़ी के पास खड़े कर्मचारियों का कहना है कि ''लंबे समय से वो लोग पुलिस लाइन में अपनी गाड़ियों से सेवा दे रहे हैं. इन सबके बावजूद बिना किसी वजह के गाड़ियों में तोड़फोड़ करके नुकसान पहुंचाया गया है. नाराज कर्मचारियों और मालिकों ने मामले की शिकायत एसपी से करने की बात कही है. वहीं जब रक्षित केंद्र लाइन में हुए गाड़ियों में तोड़फोड़ की घटना के बारे में एसपी संतोष सिंह से सवाल पूछा गया तो उन्होंने जानकारी लेने की बात कही.
ये भी पढ़ें- बिलासपुर में प्रोफेसर से ऑनलाइन ठगी
आरआई ने कैमरे के सामने नहीं खोला मुंह : इधर घटना के बाद आरआई कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. लेकिन ऑफ द रिकॉर्ड उनका कहना है कि अनुशासनहीनता पर कड़ाई की गई है. लेकिन सवाल ये भी है कि अगर कोई जिम्मेदार अधिकारी ही खुद कानून को अपने हाथों मे लेकर इस तरह के कृत्य करेगा तो अपराधियों और कानून के रक्षकों में क्या अंतर रह जाएगा.