बिलासपुर : एक तरफ लोगों ने घंटी, शंख, ताली, थाली और ढोल, मंजीरे बजाकर कोरोना वायरस के योद्धाओं को सम्मानित कर आभार जताया तो वहीं जानकारों की माने तो इस प्रक्रिया से विषाणुओं का भी सफाया हुआ है.
जानकार कहते है कि भारतीय संस्कृति में हजारों सालों से ध्वनि के जरिए नकारात्मक ऊर्जा और विषाणुओं को नष्ट करने का जिक्र है, जिसे हमने एक बार फिर पुनर्स्थापित किया है.