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विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस: रतनपुर पुलिस ने निकाली रैली, लोगों को दिया संदेश

धार्मिक नगरी रतनपुर में विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर पुलिस ने SPO टीम के साथ रैली निकाली. इस दौरान लोगों को प्रकृति के संरक्षण के प्रति जागरूक किया गया.

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विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर रैली
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Published : Jul 30, 2020, 10:19 AM IST

Updated : Jul 30, 2020, 2:46 PM IST

बिलासपुर: विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर रतनपुर पुलिस ने SPO टीम के साथ रैली निकाली. इसके साथ ही उन्होंने शहर के विभिन्न चौक-चौराहों से होते हुए प्रकृति के संरक्षण के संबंध में लोगों को जानकारी दी. यह रैली शहर के अलग-अलग चौक-चौराहों से होते हुए रतनपुर थाना परिसर में पहुंचकर संपन्न हुआ.

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रतनपुर पुलिस ने निकली रैली

रतनपुर थाना प्रभारी ललिता मेहर ने बताया कि विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर रतनपुर पुलिस और SPO टीम ने रैली निकाली. यह रैली थाना पारा रोड से बड़ा बाजार होते हुए हाई स्कूल पहुंची, जहां से पुराना बस स्टैंड के साथ महामाया चौक होते हुए रतनपुर थाना पहुंचकर संपन्न हुई. इस दौरान रैली में पोस्टर के माध्यम से भी लोगों को प्रकृति के संरक्षण के लिए संदेश दिया गया.

रैली के माध्यम से लोगों को किया गया जागरूक

प्रकृति के संरक्षण के लिए लोगों से पेड़ लगाने, पेड़ों को नहीं काटने की अपील की गई. टीम ने कहा कि प्रकृति से ही जीवन है. पुलिस ने कहा कि कोरोना वायरस फैलने की वजह कहीं ना कहीं प्रकृति के प्रति सद्भावना और संरक्षण की भावना नहीं जताने का परिणाम है, इसलिए प्रकृति का संरक्षण करना बहुत जरूरी है.

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विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर रैली

इसलिए मनाया जाता है विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस

बता दें कि हर साल 28 जुलाई को विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस मनाया जाता है. वर्तमान में पृथ्वी में मौजूद विभिन्न प्रकार के जीव-जंतु, पेड़-पौधे और वनस्पति विलुप्ति की कगार पर हैं. प्रकृति के दोहन को रोकने और आने वाली पीढ़ी के स्वास्थ्य के लिए हमें पृथ्वी की रक्षा करनी होगी. प्रकृति के संरक्षण और बचाव के लिए ही हर साल 28 जुलाई को विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस मनाया जाता है.

पढ़ें: माता कौशल्या की जन्मभूमि चंदखुरी में जल्द होगा भव्य मंदिर का निर्माण- सीएम भूपेश बघेल

ग्लोबल वार्मिंग के कारण दिन-प्रतिदिन धरती के तापमान में वृद्धि हो रही है. समुद्र का स्तर भी बढ़ रहा है और मीठे पानी के ग्लेशियर पिघल रहे हैं, जिससे जान का खतरा है.

पर्यावरण को बचाने के तरीके

विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस का इतिहास अज्ञात है, लेकिन 28 जुलाई को इसे मनाने का मुख्य उद्देश्य एक साथ आगे आना और प्रकृति का समर्थन करना है, न कि उसका शोषण करना. प्रकृति का संरक्षण प्राकृतिक संसाधनों का बुद्धिमानी के साथ प्रबंधन और उपयोग है. जैसा कि हम जानते हैं कि प्राकृतिक असंतुलन के कारण हम कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं, जैसे- ग्लोबल वार्मिंग, विभिन्न रोग, प्राकृतिक आपदाएं, तापमान में वृद्धि, इसलिए अगली पीढ़ी के लिए इसे संरक्षित करना आवश्यक है, इसलिए दुनियाभर में लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने, संसाधनों की बचत करने, इसे पुनर्चक्रण करने, इसे संरक्षित करने और इसे नुकसान पहुंचाने के परिणामों को समझने के लिए जागरूकता बढ़ाना जरूरी है.

बिलासपुर: विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर रतनपुर पुलिस ने SPO टीम के साथ रैली निकाली. इसके साथ ही उन्होंने शहर के विभिन्न चौक-चौराहों से होते हुए प्रकृति के संरक्षण के संबंध में लोगों को जानकारी दी. यह रैली शहर के अलग-अलग चौक-चौराहों से होते हुए रतनपुर थाना परिसर में पहुंचकर संपन्न हुआ.

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रतनपुर पुलिस ने निकली रैली

रतनपुर थाना प्रभारी ललिता मेहर ने बताया कि विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर रतनपुर पुलिस और SPO टीम ने रैली निकाली. यह रैली थाना पारा रोड से बड़ा बाजार होते हुए हाई स्कूल पहुंची, जहां से पुराना बस स्टैंड के साथ महामाया चौक होते हुए रतनपुर थाना पहुंचकर संपन्न हुई. इस दौरान रैली में पोस्टर के माध्यम से भी लोगों को प्रकृति के संरक्षण के लिए संदेश दिया गया.

रैली के माध्यम से लोगों को किया गया जागरूक

प्रकृति के संरक्षण के लिए लोगों से पेड़ लगाने, पेड़ों को नहीं काटने की अपील की गई. टीम ने कहा कि प्रकृति से ही जीवन है. पुलिस ने कहा कि कोरोना वायरस फैलने की वजह कहीं ना कहीं प्रकृति के प्रति सद्भावना और संरक्षण की भावना नहीं जताने का परिणाम है, इसलिए प्रकृति का संरक्षण करना बहुत जरूरी है.

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विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर रैली

इसलिए मनाया जाता है विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस

बता दें कि हर साल 28 जुलाई को विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस मनाया जाता है. वर्तमान में पृथ्वी में मौजूद विभिन्न प्रकार के जीव-जंतु, पेड़-पौधे और वनस्पति विलुप्ति की कगार पर हैं. प्रकृति के दोहन को रोकने और आने वाली पीढ़ी के स्वास्थ्य के लिए हमें पृथ्वी की रक्षा करनी होगी. प्रकृति के संरक्षण और बचाव के लिए ही हर साल 28 जुलाई को विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस मनाया जाता है.

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ग्लोबल वार्मिंग के कारण दिन-प्रतिदिन धरती के तापमान में वृद्धि हो रही है. समुद्र का स्तर भी बढ़ रहा है और मीठे पानी के ग्लेशियर पिघल रहे हैं, जिससे जान का खतरा है.

पर्यावरण को बचाने के तरीके

विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस का इतिहास अज्ञात है, लेकिन 28 जुलाई को इसे मनाने का मुख्य उद्देश्य एक साथ आगे आना और प्रकृति का समर्थन करना है, न कि उसका शोषण करना. प्रकृति का संरक्षण प्राकृतिक संसाधनों का बुद्धिमानी के साथ प्रबंधन और उपयोग है. जैसा कि हम जानते हैं कि प्राकृतिक असंतुलन के कारण हम कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं, जैसे- ग्लोबल वार्मिंग, विभिन्न रोग, प्राकृतिक आपदाएं, तापमान में वृद्धि, इसलिए अगली पीढ़ी के लिए इसे संरक्षित करना आवश्यक है, इसलिए दुनियाभर में लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने, संसाधनों की बचत करने, इसे पुनर्चक्रण करने, इसे संरक्षित करने और इसे नुकसान पहुंचाने के परिणामों को समझने के लिए जागरूकता बढ़ाना जरूरी है.

Last Updated : Jul 30, 2020, 2:46 PM IST
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