बिलासपुर: छत्तीसगढ़ सरकार आदिवासी महोत्सव की तरह रायगढ़ में राष्ट्रीय रामायण महोत्सव करा रही है. 1 से 3 जून तक होने वाले रामायण महोत्सव में अलग अलग रामायण मंडली अरण्यकांड पर अपनी प्रस्तुति देंगी. राष्ट्रीय रामायण महोत्सव पर अब सियासत भी शुरू हो गई है. भाजपा नेता इसे चुनावी कार्यक्रम बता रहे हैं और कांग्रेस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं. पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल सरकार का कहना है कि कांग्रेस अब भगवान राम के नाम पर वोट मांगने के लिए आडंबर कर रही है.
"कांग्रेस के इतने पाप की नहीं धो पाएंगे भगवान राम": प्रदेश की भाजपा सरकार के कद्दावर मंत्री रहे बिलासपुर के पूर्व विधायक अमर अग्रवाल ने रायगढ़ में आयोजित राष्ट्रीय स्तर के रामायण महोत्सव को लेकर सरकार को घेरा है. पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने सरकार में बैठे मंत्री और उनके नुमाइंदों को भ्रष्टाचारी बताते हुए कांग्रेस को पाप करने वाली पार्टी बताया है. अमर अग्रवाल ने रामायण में भगवान राम की चर्चा करते हुए कहा कि "भगवान राम पापियों के पाप धोते हैं और बहुत ही दयालु हैं. लेकिन कांग्रेसियों के पाप इतने बढ़ गए हैं कि उनके पाप को अब भगवान राम भी नहीं धो पाएंगे. अच्छी बात है कि प्रदेश में रामायण महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. लेकिन सरकार इसका राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रही है और यह गलत है."
कांग्रेस ने किया पलटवार: पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल के बयान पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. वरिष्ठ कांग्रेस नेता महेश दुबे ने भाजपा के नेताओं को रावण की भूमिका में होने की बात कही है. उन्होंने कहा कि "भगवान राम सभी के आराध्य हैं और उन्हें इसलिए जाना जाता है कि घमंड रूपी रावण का उन्होंने वध किया था. भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मंत्री घमंड रूपी रावण के रूप में इस बात को कर रहे हैं. उनको खुशी जाहिर करना चाहिए कि आज छत्तीसगढ़ में राम के नाम को लेकर एक अलख जगाने का काम किया जा रहा है."
"भाजपा को यदि पीड़ा हो रही है तो वह राम विरोधी हैं. मां कौशल्या का मंदिर यहां पर बना लेकिन इससे पहले जब 15 साल तक भाजपा का शासन था तो वहां कोई विकास कार्य नहीं किए गए. कांग्रेस की सरकार में मां कौशल्या के मंदिर का निर्माण किया गया है. भारत ही नहीं पूरे विश्व में इस बात की चर्चा है. रामायण महोत्सव छत्तीसगढ़ में पहली बार हो रहा है, वह भी इतने बड़े पैमाने पर." -महेश दुबे, कांग्रेस नेता
"यह अपने आप में एक अच्छा प्रयास है. छत्तीसगढ़ की संस्कृति रही है गांव-गांव में नवधा रामायण होना और उसको जोड़ने का जो प्रयास किया जा रहा है उसका स्वागत होना चाहिए. प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस कार्य को शुरू किया है जो सराहनीय है. पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल को इस बात का ज्ञान होना चाहिए की घमंड रूपी रावण दुनिया में नहीं रहा तो आप इतना घमंड मत करिए. इससे पहले जनता आपको इस बात पर एक बार सबक सिखा चुकी है और आने वाले समय में फिर सबक सिखाएगी." -महेश दुबे, कांग्रेस नेता
चुनावी साल होने की वजह से छत्तीसगढ़ में राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है. भाजपा अपनी राजनीतिक जमीन को मजबूत करने के लिए लगातार सरकार पर हमला बोल रही है. वहीं कांग्रेस करकार अपने कार्यकाल के कामों की बदौलत चुनाव जीतने का दावा कर रही है.