गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार के निर्देशन में जिला पुलिस ने आमाडोम ग्राम पंचायत के कुबा और पिपरखूटी के बानघाट पीढ़ा बस्ती में 'तुहर पुलिस तुहर दुआर' कार्यक्रम का आयोजन किया. इस दौरान कूबा गांव के ग्रामीणों ने अपने परंपरागत बैगा गीत से पुलिस अधीक्षक का स्वागत किया. कूबा में भारत माता और छत्तीसगढ़ महतारी के जयघोष के साथ राष्ट्रगीत से कार्यक्रम की शुरुआत हुई.
एसपी ने शिक्षा पर दिया जोर
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि शिक्षा एक उपकरण है. एक साधन है. जिससे सामान्य व्यक्ति भी जीवन जीने के काबिल बन जाता है. अपने अधिकार जानता है. अपने कर्तव्यों को भी समझता है और एक जागरूक नागरिक बनता है. एसपी ने ग्रामीणों को कहा कि वे बच्चियों को स्कूल जरूर भेजें. यदि घर की माताएं पढ़ी लिखी होंगी तो परिवार अपने आप ही अच्छा निकलेगा. क्योंकि एक छोटा बच्चा सबसे ज्यादा प्रभावित अपनी मां से होता है. मां यदि पढ़ी लिखी होगी तो निश्चित ही बच्चे पर भी उसका असर होगा.
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ग्रामीणों को बांटे गए जरुरी सामान
एसपी ने लोगो को नशे से दूर रहने की सलाह दी. साथ ही बताया कि नशा वाद-विवाद, लड़ाई-झगड़ा का कारण होता है. इसलिए इन सब से दूर रहने की कोशिश करिए. एसपी ने ग्रामीणों को किसी भी तरह की समस्या होने पर डायल 100 और 112 के बारे में जानकारी दी. साथ ही उन्हें बैंक संबंधी फ्रॉड, एटीएम फ्रॉड, साइबर फ्रॉड के बारे में भी जानकारी दी. कार्यक्रम में गांव के हर घर के मुखिया को को एक कंबल, बच्चो को पढ़ाई-लिखाई के लिए एक किट समेत स्वेटर, जैकेट, बिस्किट, साबुन आदि का वितरण किया गया.
ग्रामीणों ने बताई अपनी समस्या
ग्रामीणों ने एसपी को बिजली, पानी और मोबाइल नेटवर्क के बारे में बताया. जिसपर एसपी ने सम्बंधित विभाग से सामंजस्य बनाकर आगे कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया. पुलिस का इस तरह का रूप पहली बार वहां के लोगो ने देखा और काफी प्रभावित हुए. लोग कंबल, स्वेटर आदि पाकर काफी प्रभावित हुए और उपस्थित पुलिस वालों को दुआएं दीं.