बिलासपुर : 1 साल से रुपयों का गबन कर फरार चल रहे बैंक मैनेजर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी बैंक मैनेजर रवि पटनायक को पुलिस पिछले एक साल से खोज रही थी, अब जाकर पुलिस के हाथ सफलता लगी है. फर्जी तरीके से करोड़ों रुपए का लोन निकालने में अकेले रवि ने ही फर्जीवाड़ नहीं किया था, बल्कि विश्वजीत भौमिक की सांठगांठ से दोनों ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था.
विश्वजीत भौमिक के फरार साथी और तत्कालीन बैंक मैनेजर,अग्रसेन चौक साकेत अपार्टमेंट निवासी रवि पटनायक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. भौमिक ने आरोपी बैंक मैनेजर से सांठगांठ कर लोन की राशि निकलवाई थी, उस मामले में पहले ही मुख्य आरोपी विश्वजीत भौमिक की गिरफ्तारी हो चुकी है.
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सिरगिट्टी थाना प्रभारी शांत कुमार साहू ने बताया कि किशोर साहू ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि, वह एबी फासनर नाम की फैक्ट्री में सुपरवाइजर के पद पर 2000 से कार्यरत था. फैक्टरी का डायरेक्टर और मालिक विश्वजीत भौमिक था. फैक्टरी बंद होने के बाद पिछले 3 साल से सुभाष काम्प्लैक्स स्थित उड़ान माइक्रो फाइनेंस में काम कर रहा था. 2012 में भौमिक ने किशोर का पंजाब नेशनल बैंक में खाता खुलवा दिया और इसकी जानकारी भी नहीं दी.
दोनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में
किशोर ने उसकी बातों में आकर बैंक में खाता खुलवा लिया, जिसका नंबर तक उसे पता नहीं था. खाता खुलने के बाद भौमिक ट्रांजेक्सन करता रहा. 2017 में आरोपी भौमिक ने पीड़ित से साइन करा कर उसके खाते से 8 लाख 95 हजार 690 रुपये का लोन लिया. 28 मार्च 2016 को आरोपी ने 8 लाख 94 हजार 125 का CC लोन ले लिया. इसकी जानकारी पीड़ित को नहीं थी. पीड़ित को जब इस लोन की जानकारी मिली तो उसने आरोपी विश्वजीत भौमिक के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई. जांच में यह बात सामने आई कि आरोपी बैंक मैनेजर रवि पटनायक भी इस घटना में शामिल था. फिलहाल दोनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं.