बिलासपुर: प्रदेश के दूसरे इलाकों की तरह शहर के साथ आसपास के अंचलों में भी क्वॉरेंटाइन सेंटर की स्थिति खराब है. इसकी वजह से क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में रहने वाले लोगों का गुस्सा रह-रहकर फूट रहा है. मस्तूरी क्षेत्र के लिमतरा गांव में क्वॉरेंटाइन सेंटर का हाल बेहाल है. कैमरा देखते ही ही क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे लोग स्थानीय प्रशासन के खिलाफ अपनी भड़ास निकालने लगे.
सेंटर में रह रहे लोगों का कहना है कि यहां की व्यवस्था इतनी बुरी है कि लोग खाने-पीने और जरूरी सामानों के लिए तरस जाते हैं. लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि यहां गुणवत्ताहीन खाना परोसा जाता है. यही नहीं लोगों को कई बार भूखे-प्यासे भी रहना पड़ता है. सेंटर का प्रभार जिन स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों को मिला है, वे सेंटर का जायजा लेने तक नहीं पहुंचते. लोगों की मानें तो सुविधा के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है.
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नियमों का नहीं हो रहा पालन
क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों ने बताया कि यहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जाता और न ही यहां सैनिटाइजेशन किया जाता है. वहीं नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक इस अव्यवस्था को लेकर सरकार पर सवाल खड़े कर रहे हैं. उनका कहना है कि सरकार ग्राम पंचायत स्तर पर फंडिंग नहीं कर रही है. बगैर सरकारी राजस्व के जैसे-तैसे क्वॉरेंटाइन सेंटर के संचालन का काम चल रहा है. पैसे की कमी के कारण इसका खामियाजा सेंटर में रहनेवाले लोगों को उठाना पड़ रहा है.
लगातार सामने आ रहे मामले
बता दें कि प्रदेश के अलग-अलग जिलों से क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में अव्यवस्था की खबरें आ रही हैं. किसी सेंटर में खाने की व्यवस्था नहीं है, तो कहीं बुनियादी सुविधाओं की कमी है. ऐसे में वहां रहने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.