बिलासपुर : नए परिसीमन और सीमांकन के बाद बिलासपुर नगर निगम का ये पहला चुनाव है. 1 जनवरी 1981 से लेकर अब तक निगम में कई बदलाव हुए. इस दौरान बिलासपुर ने विकास का लंबा दौर देखा तो वहीं कई अधूरे कामों में बिलासपुर के विकास में रोड़ा भी अटकाया. नेता और पार्टियां विकास के अपने-अपने दावे करते हैं लेकिन आम जनता की नजर में बिलासपुर न्यायधानी होने के नाते उतना विकास नहीं कर सकी जितना बाकि शहर आगे है.
एक नजर बिलासपुर नगर निगम पर
- कुल वार्ड - 70
- कुल मतदाता - 4 लाख 41 हजार 584
- पुरुष मतदाता - 2 लाख 23 हजार 109
- महिला मतदाता - 2 लाख 18 हजार 429
- अन्य मतदाता - 46
2014 नगरीय निकाय चुनाव के नतीजे
- 2014 में कुल वार्ड - 66
- बीजेपी- 39 पार्षद (महिला 11, पुरूष 28)
- कांग्रेस- 24 पार्षद (महिला 8, पुरूष 16)
- 3 निर्दलीय पार्षद चुने गए.
स्थानीय मुद्दे
- न्यायधानी होने के बावजूद विकास में पिछड़ा
- सड़क, पानी, बिजली जैसे बुनियादी सुविधाओं की कमी
- बरसात के दिनों में जलभराव की स्थिति
- अंडरग्राउंड सीवरेज प्रोजेक्ट अब भी अधूरा
- ट्रैफिक और अतिक्रमण की समस्या
5 साल में हुए काम
- 17000 एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाईं गईं.
- 3 करोड़ की लागत से वर्किंग वूमंस हॉस्टल बनाया गया.
- डोर-टू-डोर कचरा एकत्र करने की पहल.
- स्वच्छता सर्वेक्षण में 22वां स्थान.
- शहर में 3 बाईपास सड़क की उपलब्धि.
बिलासपुर नगर निगम का इतिहास
- 31 दिसंबर 1980 तक बिलासपुर नगर पालिका रहा.
- 1 जनवरी 1981 में बिलासपुर को निगम का दर्जा मिला.
- 5 सितंबर 1983 में अशोक राव पहले मेयर बने.
- 2 सितंबर 1984 में अशोक राव ने इस्तीफा दे दिया.
- बलराम सिंह, कुमार अग्रवाल और फिर बलराम सिंह महापौर बने.
- 1993 में वार्डों की संख्या 48 हो गई.
- 1994 में राजेश पांडेय महापौर चुने गए.
- 1998-99 में भाजपा के उमाशंकर जायसवाल महापौर बने.
- वार्ड संख्या बढ़ाकर 48 से 55 कर दी गई.
- 2005 में अशोक पिंगले महापौर चुने गए.
- कार्यकाल के दौरान पिंगले का निधन हो गया, विनोद सोनी प्रभारी महापौर बनाए गए.
- 2009 में कांग्रेस से वाणी राव पहली महिला महापौर चुनी गई.
- 2015 में वार्डों की संख्या बढ़ाकर 66 कर दी गई.
- 2015 में भाजपा किशोर राय महापौर चुने गए.
बिलासपुर नगर निगम की वर्तमान स्थिति
- नए परिसीमन के तहत 18 गांव शामिल किए गए.
- वार्डों की संख्या 66 से 70 की गई.
- 25 साल बाद ये इतिहास दोहरा रहा है.
निगम में 5 विधायकों का दखल
- नए परिसीमन से कई दिग्गजों के वार्डों का वजूद खत्म
- बिलासपुर निगम में 5 विधायकों का हस्तक्षेप बढ़ा.
बीते चुनाव की स्थिति
- पिछले साल में नगर विधायक बीजेपी के अमर अग्रवाल थे.
- बीजेपी के किशोर राय मेयर चुने गए थे.
- कांग्रेस के रामशरण यादव को हार सामना करना पड़ा.