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गौरेला पेंड्रा मरवाही में हाथियों का आतंक, दो लोगों की मौत - Pasan Forest Range

गौरेला पेंड्रा मरवाही में हाथियों ने आतंक मचा रखा है. पिछले दो दिनों में हाथियों के अलग अलग समूह ने 2 व्यक्तियों को मौत के घाट उतार दिया है. हाथियों ने ग्रामीणों के मवेशियों को भी नहीं बख्शा.

group of elephants created ruckus
गौरेला पेंड्रा मरवाही में हाथियों का उत्पात
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Published : Aug 20, 2022, 8:18 PM IST

Updated : Aug 20, 2022, 10:22 PM IST

गौरेला पेंड्रा मरवाही: इन दिनों मरवाही वन मंडल में भटक रहे 22 हाथियों ने क्षेत्र में जमकर उत्पात मचाया है. देर रात मरवाही वन मंडल (Marwahi Forest Division) के खम्हरिया इलाके में हाथियों के समूह का उग्र रूप भी देखने को मिला. पिछले दो दिनों में हाथियों के अलग अलग समूह ने 2 व्यक्तियों की मौत (People dies in elephant attack) के घाट उतार दिया है. हाथियों ने ग्रामीणों के पशुओं को भी नहीं बख्शा है. कल देर रात एक गाय और चार बकरियों को हाथियों ने मार डाला. जिसके बाद दहशत में रहवासियों ने अपना घर छोड़कर गांव के स्कूल में शरण ली है.

गौरेला पेंड्रा मरवाही में हाथियों का उत्पात

दो दिनों में 2 व्यक्तियों की मौत: मरवाही वन मंडल (Marwahi Forest Division) और कटघोरा वन मंडल (Katghora Forest Division) से सटे पसान वन परिक्षेत्र में पिछले 4 दिनों से लगभग 2 दर्जन से अधिक हाथियों की मौजूदगी देखी गई है. जो ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बने हुए है. हाथियों का समूह लगातार ग्रामीणों के खेत की खड़ी फसल और बाड़ी में लगे साग सब्जी को नुकसान पहुंचा रही है. हाथियों की मौजूदगी से ग्रामीण दिन डूबने से पहले अपने घरों को छोड़कर शासकीय भवनों में रात काट रहे हैं. पिछले दो दिनों में हाथियों के अलग अलग समूह ने 2 व्यक्तियों को मौत के घाट उतार दिया है.

हाथियों ने मवेशियों को भी नहीं बख्शा: एक अन्य मामले में कल देर रात जिले (Gourela Pendra Marwahi) के पसान के खम्हरिया गांव (Khamharia Village) में रहने वाले सेवा सिंह के घर हाथियों ने हमला कर दिया. हमले में एक गाय और चार बकरियों को हाथियों ने मार डाला है. जिसके बाद ग्रामीण हाथियों के हमले से दहशत में हैं. हाथियों के डर से ग्रामीण न तो ठीक से सो पा रहे हैं, ना ही खाना पीना कर पा रहे हैं. रहवासियों ने बीते 5 दिनों से अपना घर छोड़ दिया है और गांव में ही स्कूल में रह रहे हैं.

यह भी पढ़ें: कोरिया के जनकपुर में एमपी से पहुंचा हाथी, वन विभाग अलर्ट

वन कर्मचारियों और अधिकारियों पर गभीर आरोप : ग्रामीणों ने कटघोरा वन मंडल (Katghora Forest Division) के पसान वन परिक्षेत्र (Pasan Forest Range) में वन कर्मचारियों व अधिकारियों पर गभीर आरोप लगाया है. आरोप है कि हाथियों से निपटने और उन्हें भागने पटाखा मंगाकर हाथी भागने के नाम से ग्रामीणों को आपस मे चंदा कर बीस हजार रुपये इकठा करने मांग की गई. वहीं मरवाही वन विभाग का कहना है कि "उनकी टीम सीमांत क्षेत्र में जाकर हाथियों के मूवमेंट पर नजर बनाए हुए है." जिसे लेकर ग्रामीणों में काफी नाराजगी देखी जा रही है. वहीं हाथियों की मौजूदगी से ग्रामीण अपना काम धाम छोड़कर हाथियों की निगरानी कर रहे हैं.

वन कर्मचारी कर रहे निगरानी: मौके पर पेण्ड्रा इलाके के वन कर्मचारी (forest officer) भी हाथियों की निगरानी कर रहे है. जानकारी के अनुसार जिस जगह में हाथियों का समूह इन दिनों अपना डेरा जमाए हुए है, वहां पर हाथियों ने दो बच्चे को जन्म दिया है. जिसकी वजह से वो 4 दिनों से एक ही जगह पर हैं. हालांकि वन विभाग के पास हाथियों से निपटने के कोई संसाधन नहीं हैं. वो सिर्फ हाथियों की निगरानी कर रहे हैं, जिससे कोई अप्रिय घटना घटित न हो.

गौरेला पेंड्रा मरवाही: इन दिनों मरवाही वन मंडल में भटक रहे 22 हाथियों ने क्षेत्र में जमकर उत्पात मचाया है. देर रात मरवाही वन मंडल (Marwahi Forest Division) के खम्हरिया इलाके में हाथियों के समूह का उग्र रूप भी देखने को मिला. पिछले दो दिनों में हाथियों के अलग अलग समूह ने 2 व्यक्तियों की मौत (People dies in elephant attack) के घाट उतार दिया है. हाथियों ने ग्रामीणों के पशुओं को भी नहीं बख्शा है. कल देर रात एक गाय और चार बकरियों को हाथियों ने मार डाला. जिसके बाद दहशत में रहवासियों ने अपना घर छोड़कर गांव के स्कूल में शरण ली है.

गौरेला पेंड्रा मरवाही में हाथियों का उत्पात

दो दिनों में 2 व्यक्तियों की मौत: मरवाही वन मंडल (Marwahi Forest Division) और कटघोरा वन मंडल (Katghora Forest Division) से सटे पसान वन परिक्षेत्र में पिछले 4 दिनों से लगभग 2 दर्जन से अधिक हाथियों की मौजूदगी देखी गई है. जो ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बने हुए है. हाथियों का समूह लगातार ग्रामीणों के खेत की खड़ी फसल और बाड़ी में लगे साग सब्जी को नुकसान पहुंचा रही है. हाथियों की मौजूदगी से ग्रामीण दिन डूबने से पहले अपने घरों को छोड़कर शासकीय भवनों में रात काट रहे हैं. पिछले दो दिनों में हाथियों के अलग अलग समूह ने 2 व्यक्तियों को मौत के घाट उतार दिया है.

हाथियों ने मवेशियों को भी नहीं बख्शा: एक अन्य मामले में कल देर रात जिले (Gourela Pendra Marwahi) के पसान के खम्हरिया गांव (Khamharia Village) में रहने वाले सेवा सिंह के घर हाथियों ने हमला कर दिया. हमले में एक गाय और चार बकरियों को हाथियों ने मार डाला है. जिसके बाद ग्रामीण हाथियों के हमले से दहशत में हैं. हाथियों के डर से ग्रामीण न तो ठीक से सो पा रहे हैं, ना ही खाना पीना कर पा रहे हैं. रहवासियों ने बीते 5 दिनों से अपना घर छोड़ दिया है और गांव में ही स्कूल में रह रहे हैं.

यह भी पढ़ें: कोरिया के जनकपुर में एमपी से पहुंचा हाथी, वन विभाग अलर्ट

वन कर्मचारियों और अधिकारियों पर गभीर आरोप : ग्रामीणों ने कटघोरा वन मंडल (Katghora Forest Division) के पसान वन परिक्षेत्र (Pasan Forest Range) में वन कर्मचारियों व अधिकारियों पर गभीर आरोप लगाया है. आरोप है कि हाथियों से निपटने और उन्हें भागने पटाखा मंगाकर हाथी भागने के नाम से ग्रामीणों को आपस मे चंदा कर बीस हजार रुपये इकठा करने मांग की गई. वहीं मरवाही वन विभाग का कहना है कि "उनकी टीम सीमांत क्षेत्र में जाकर हाथियों के मूवमेंट पर नजर बनाए हुए है." जिसे लेकर ग्रामीणों में काफी नाराजगी देखी जा रही है. वहीं हाथियों की मौजूदगी से ग्रामीण अपना काम धाम छोड़कर हाथियों की निगरानी कर रहे हैं.

वन कर्मचारी कर रहे निगरानी: मौके पर पेण्ड्रा इलाके के वन कर्मचारी (forest officer) भी हाथियों की निगरानी कर रहे है. जानकारी के अनुसार जिस जगह में हाथियों का समूह इन दिनों अपना डेरा जमाए हुए है, वहां पर हाथियों ने दो बच्चे को जन्म दिया है. जिसकी वजह से वो 4 दिनों से एक ही जगह पर हैं. हालांकि वन विभाग के पास हाथियों से निपटने के कोई संसाधन नहीं हैं. वो सिर्फ हाथियों की निगरानी कर रहे हैं, जिससे कोई अप्रिय घटना घटित न हो.

Last Updated : Aug 20, 2022, 10:22 PM IST
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