बिलासपुर: बिलासपुर के मंगला दीनदयाल कॉलोनी में रहने वाले 71 साल के बुजुर्ग की तबीयत कुछ दिनों से खराब थी. परिजनों ने उसे शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया था. इलाज के दौरान उसकी हालत गंभीर हो गई और वह कोमा में चला गया था. इसके बाद उसे 12 अप्रैल को सिम्स अस्पताल रिफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान 2 दिन बाद उसकी मौत हो गई.
कोरोना से 71 साल के बुजुर्ग की मौत: कोरोना से 71 साल के बुजुर्ग की मौत ने शहर में हड़कंप मचा दिया है. शहर में कोरोना पैर पसारने लगा है. लगभग एक माह के दौरान जिले में 3 मौत हो चुकी है. बावजूद इसके ना बिलासपुर स्वास्थ्य विभाग इसे गंभीरता से ले रहा है, ना ही आम जनता. कोई भी कोविड 19 गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहा है. भीड़भाड़ वाले जगह में ना कोई मास्क लगा रहा है और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहा है. लोग बेधड़क शासकीय और निजी कार्यक्रम करवा रहे हैं. यही कारण है कि करोना की रफ्तार लगातार बढ़ती जा रही है. 1 दिन पहले ही लगभग 30 एक्टिव मरीज मिले हैं,
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टेस्टिंग के लिए नहीं पहुंच रहे संक्रमित: कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार फैल रहा है. आम जनता इसे अभी हल्के में ले रही है. उन्हें विश्वास है कि वैक्सीन लगवा चुके हैं, इसलिए उन्हें नुकसान नहीं होगा. 2 दिन पहले हुई मौत में बुजुर्ग ने पहले दो वैक्सीन लगवा चुका था, लेकिन इसके बाद भी उनकी कोरोना वायरस से मौत हो गई. आम जनता सर्दी खांसी को सामान्य मानकर इसका इलाज अपने अनुसार कर रही है. कोरोना जांच के लिए जांच केंद्र पहुंच नहीं रहे हैं. यही वजह है कि बहुत ही कम संख्या में संदेहियों की जांच हो पा रही है.
होम आइसोलेट होने की दी सलाह: 1 दिन पहले लगभग 380 संदेहीयी की कोविड टेस्ट किया गया था, जिसमें 30 लोग पॉजिटिव आए हैं. जिन्हें होम आइसोलेट होने की सलाह दी गई है. सबसे ज्यादा मरीज शहर के बीच मिल रहे हैं, जिससे खतरा और भी बढ़ रहा है.