बिलासपुर : छत्तीसगढ़ में आगामी महीनों में विधानसभा चुनाव होने जा रहा है. इसी के तहत अब राजनीतिक पार्टियां चुनाव लड़ने और अपनी धमक दिखाने छत्तीसगढ़ का रूख करने लगी है.आम आदमी पार्टी तीसरी पार्टी के रूप में उभर रही है, वहीं उत्तर प्रदेश की निषाद पार्टी भी चुनाव लड़ने छत्तीसगढ़ आ रही है. निषाद पार्टी प्रदेश के 25 विधानसभा सीटों में चुनाव लड़ सकती है. आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए अभी से निषाद पार्टी इसकी तैयारियां शुरू कर दी है. कार्यकर्ताओं को इकट्ठा किया जा रहा है.
छत्तीसगढ़ में चुनाव लड़ेगी निषाद पार्टी : आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की निषाद पार्टी छत्तीसगढ़ में चुनाव लड़ने आ रही है. इसके लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद को जिम्मेदारी सौंपी गई है.छत्तीसगढ़ में संजय निषाद बिलासपुर के लखीराम अग्रवाल ऑडिटोरियम में भी पार्टी के कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण और पार्टी की विचारधारा को लेकर जानकारी देंगे. इस दौरान चुनावी रणनीति भी तय की जाएगी.
यूपी की सरकार में शामिल है पार्टी : निषाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार निषाद के मुताबिक 11 विधायकों के साथ निषाद पार्टी उत्तर प्रदेश सरकार में शामिल है.जिसमें उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष को मत्स्य विभाग की जिम्मेदारी मिली हुई है. छत्तीसगढ़ में भी मछुआ और कैवर्त समाज के लोगों की बड़ी संख्या है. निषाद को निर्बल और सोया हुआ समाज माना जाता है, जिन्हें पॉलिटिकल पार्टनर के रूप में तैयार किया जाएगा.
निषाद पार्टी के पदाधिकारी संजय सिह राजपूत के मुताबिक निषाद पार्टी छत्तीसगढ़ में चुनाव लड़ने जा रही है, जिसमें 25 सीटों पर चुनाव लड़ने की अनुमति राष्ट्रीय अध्यक्ष से ली जाएगी.2018 में भी 2 सीटों पर बेमेतरा और जांजगीर-चांपा में चुनाव लड़ा गया था. इस बार पहले से ज्यादा अच्छे तरीके से चुनाव लड़ने की तैयारी की जा रही है.
क्या है छत्तीसगढ़ में निषाद पार्टी का गणित : आपको बता दें कि यूपी में एनडीए के साथ पार्टी का गठबंधन है. छत्तीसगढ़ में भी राम और निषादराज को कायम रखने वाली पार्टी के साथ उनका गठबंधन हो सकता है. बिलासपुर में बेलतरा,तखतपुर से निषाद पार्टी के दावेदार चुनाव लड़ेंगे. प्रदेश में 10 फीसदी आबादी मछुआ समाज की है. यहां 35 से 40 फीसदी वोट पाने वाला प्रत्याशी विधायक बन जाता है. इसीलिए निषाद पार्टी ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है.