बिलासपुर: मानव संसाधन विकास मंत्रालय नई दिल्ली की महत्वाकांक्षी योजना फ्लेक्सी मद नवाचार योजना के तहत प्रदेश के दो स्कूलों को मिड डे मील के लिए के चयनित किया गया है. स्कूली बच्चों को मध्याह्न भोजन देने के साथ अब नाश्ता भी देने की योजना बनाई गई है. बच्चों में मौजूद कुपोषण की समस्या को दूर करने यह कदम सरकार उठा रही है. वैसे तो इस योजना को पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा, फिल्हाल इसकी शुरुआत बिलासपुर संभाग के पेंड्रा और खड़गवां ब्लॉक से की जा रही है. इस पायलट प्रोजेक्ट का उद्घाटन पहले 16 सितंबर को करना था लेकिन वे नहीं पहुंचे लिहाजा अब इस कार्यक्रम का उद्घाटन 18 सितंबर को होना है.
बच्चों को मिलेगा ब्रेकफास्ट
इस योजना के तहत प्राइमरी और मिडिल स्कूल के बच्चों को मिड डे मील के साथ-साथ ब्रेकफास्ट यानी सुबह का नाश्ता भी दिया जाना था, लेकिन स्कूल शिक्षा मंत्री के समय पर न पहुंचने की वजह से कार्यक्रम का उद्घाटन नहीं हो पाया है. इस योजना के तहत 129 प्राथमिक और 59 माध्यमिक शालाओं के लगभग 6000 बच्चों को लाभन्वित किया जाना है. यह योजना तमाम निर्देशों के बावजूद आज शुरू नहीं हो सकी, जिससे बच्चों में काफी निराशा है. छात्रों का कहना है कि मंत्री जी नहीं आए 18 को आएंगे तब हमें नाश्ता मिलेगा.
मंत्री ने इस दिन का दिया समय
पेंड्रा में जिस दिन से नाश्ता बांटा जाना है उसी दिन जिला शिक्षा अधिकारी प्रधान पाठकों की उस संबंध में मीटिंग बुलाकर ट्रेनिंग दे रहे हैं. इसके पीछे उनका तर्क है कि मंत्री जी ने 2 दिन बाद 18 सितंबर को समय दिया है, इसलिए योजना 2 दिन बाद 18 सितंबर को ही शुरू की जाएगी.
बच्चों को दिया जाएगा 45 न्यूट्रीशन ब्रेकफास्ट
बता दें कि इस योजना के तहत बच्चों को उच्च गुणवत्ता और 45 न्यूट्रीशन युक्त ब्रेकफास्ट दिया जाना है. इसमें प्रोटीन क्रंच, सोया बिस्किट, पौष्टिक चिवड़ा और हलवा, पोहा शामिल है. अगले शिक्षा सत्र से इसे राज्य के सभी जिलों में लागू कर दिया जाएगा. इसके साथ ही दुर्ग, गरियाबंद, सूरजपुर, और कोरिया में बच्चों को सोया मिल्क भी दिया जाएगा.