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शिक्षामंत्री के न पहुंच पाने के कारण नहीं शुरू हो पाई ब्रेकफास्ट योजना - पेंड्रा के स्कूलों में योजना की शुरूआत

प्रदेश में ब्रेकफास्ट योजना की शुरुआत की गई है. इस योजना के तहत प्राइमरी और मिडिल स्कूल के बच्चों को मिड डे मील के साथ-साथ अब ब्रेकफास्ट भी मिलेगा. फिलहाल पेंड्रा के स्कूल में इस योजना की शुरूआत नहीं हो पाई है.

फाइल
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Published : Sep 17, 2019, 8:44 AM IST

Updated : Sep 17, 2019, 10:59 AM IST

बिलासपुर: मानव संसाधन विकास मंत्रालय नई दिल्ली की महत्वाकांक्षी योजना फ्लेक्सी मद नवाचार योजना के तहत प्रदेश के दो स्कूलों को मिड डे मील के लिए के चयनित किया गया है. स्कूली बच्चों को मध्याह्न भोजन देने के साथ अब नाश्ता भी देने की योजना बनाई गई है. बच्चों में मौजूद कुपोषण की समस्या को दूर करने यह कदम सरकार उठा रही है. वैसे तो इस योजना को पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा, फिल्हाल इसकी शुरुआत बिलासपुर संभाग के पेंड्रा और खड़गवां ब्लॉक से की जा रही है. इस पायलट प्रोजेक्ट का उद्घाटन पहले 16 सितंबर को करना था लेकिन वे नहीं पहुंचे लिहाजा अब इस कार्यक्रम का उद्घाटन 18 सितंबर को होना है.

नहीं शुरू हुई ब्रेकफास्ट योजना

बच्चों को मिलेगा ब्रेकफास्ट

इस योजना के तहत प्राइमरी और मिडिल स्कूल के बच्चों को मिड डे मील के साथ-साथ ब्रेकफास्ट यानी सुबह का नाश्ता भी दिया जाना था, लेकिन स्कूल शिक्षा मंत्री के समय पर न पहुंचने की वजह से कार्यक्रम का उद्घाटन नहीं हो पाया है. इस योजना के तहत 129 प्राथमिक और 59 माध्यमिक शालाओं के लगभग 6000 बच्चों को लाभन्वित किया जाना है. यह योजना तमाम निर्देशों के बावजूद आज शुरू नहीं हो सकी, जिससे बच्चों में काफी निराशा है. छात्रों का कहना है कि मंत्री जी नहीं आए 18 को आएंगे तब हमें नाश्ता मिलेगा.

मंत्री ने इस दिन का दिया समय
पेंड्रा में जिस दिन से नाश्ता बांटा जाना है उसी दिन जिला शिक्षा अधिकारी प्रधान पाठकों की उस संबंध में मीटिंग बुलाकर ट्रेनिंग दे रहे हैं. इसके पीछे उनका तर्क है कि मंत्री जी ने 2 दिन बाद 18 सितंबर को समय दिया है, इसलिए योजना 2 दिन बाद 18 सितंबर को ही शुरू की जाएगी.

बच्चों को दिया जाएगा 45 न्यूट्रीशन ब्रेकफास्ट
बता दें कि इस योजना के तहत बच्चों को उच्च गुणवत्ता और 45 न्यूट्रीशन युक्त ब्रेकफास्ट दिया जाना है. इसमें प्रोटीन क्रंच, सोया बिस्किट, पौष्टिक चिवड़ा और हलवा, पोहा शामिल है. अगले शिक्षा सत्र से इसे राज्य के सभी जिलों में लागू कर दिया जाएगा. इसके साथ ही दुर्ग, गरियाबंद, सूरजपुर, और कोरिया में बच्चों को सोया मिल्क भी दिया जाएगा.

बिलासपुर: मानव संसाधन विकास मंत्रालय नई दिल्ली की महत्वाकांक्षी योजना फ्लेक्सी मद नवाचार योजना के तहत प्रदेश के दो स्कूलों को मिड डे मील के लिए के चयनित किया गया है. स्कूली बच्चों को मध्याह्न भोजन देने के साथ अब नाश्ता भी देने की योजना बनाई गई है. बच्चों में मौजूद कुपोषण की समस्या को दूर करने यह कदम सरकार उठा रही है. वैसे तो इस योजना को पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा, फिल्हाल इसकी शुरुआत बिलासपुर संभाग के पेंड्रा और खड़गवां ब्लॉक से की जा रही है. इस पायलट प्रोजेक्ट का उद्घाटन पहले 16 सितंबर को करना था लेकिन वे नहीं पहुंचे लिहाजा अब इस कार्यक्रम का उद्घाटन 18 सितंबर को होना है.

नहीं शुरू हुई ब्रेकफास्ट योजना

बच्चों को मिलेगा ब्रेकफास्ट

इस योजना के तहत प्राइमरी और मिडिल स्कूल के बच्चों को मिड डे मील के साथ-साथ ब्रेकफास्ट यानी सुबह का नाश्ता भी दिया जाना था, लेकिन स्कूल शिक्षा मंत्री के समय पर न पहुंचने की वजह से कार्यक्रम का उद्घाटन नहीं हो पाया है. इस योजना के तहत 129 प्राथमिक और 59 माध्यमिक शालाओं के लगभग 6000 बच्चों को लाभन्वित किया जाना है. यह योजना तमाम निर्देशों के बावजूद आज शुरू नहीं हो सकी, जिससे बच्चों में काफी निराशा है. छात्रों का कहना है कि मंत्री जी नहीं आए 18 को आएंगे तब हमें नाश्ता मिलेगा.

मंत्री ने इस दिन का दिया समय
पेंड्रा में जिस दिन से नाश्ता बांटा जाना है उसी दिन जिला शिक्षा अधिकारी प्रधान पाठकों की उस संबंध में मीटिंग बुलाकर ट्रेनिंग दे रहे हैं. इसके पीछे उनका तर्क है कि मंत्री जी ने 2 दिन बाद 18 सितंबर को समय दिया है, इसलिए योजना 2 दिन बाद 18 सितंबर को ही शुरू की जाएगी.

बच्चों को दिया जाएगा 45 न्यूट्रीशन ब्रेकफास्ट
बता दें कि इस योजना के तहत बच्चों को उच्च गुणवत्ता और 45 न्यूट्रीशन युक्त ब्रेकफास्ट दिया जाना है. इसमें प्रोटीन क्रंच, सोया बिस्किट, पौष्टिक चिवड़ा और हलवा, पोहा शामिल है. अगले शिक्षा सत्र से इसे राज्य के सभी जिलों में लागू कर दिया जाएगा. इसके साथ ही दुर्ग, गरियाबंद, सूरजपुर, और कोरिया में बच्चों को सोया मिल्क भी दिया जाएगा.

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बिलासपुर मानव संसाधन विकास मंत्रालय नई दिल्ली की महत्वाकांक्षी योजना फ्लेक्सी मद नवाचार योजना अंतर्गत कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ प्रदेश के चयनित मात्र दो विकास खंडों में से एक परिंदा के स्कूलों में मध्यान्ह भोजन के पूर्व प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं के बच्चों को नाश्ता देने की पायलट प्रोजेक्ट योजना आज सिर्फ इसलिए प्रारंभ नहीं हो सकी कि छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा मंत्री जी को कार्यक्रम के उद्घाटन के लिए आज समय नहीं मिला अब यह महत्वकांशी योजना स्कूल शिक्षा मंत्री जी के समय मिलने के बाद उद्घाटन के बाद ही शुरू हो सकेगी ऐसे में सवाल यह उठता है कि योजना उन बच्चों के लिए महत्वपूर्ण थी या मंत्री जी के उद्घाटन जरूरी था


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वी ओ 1 प्राथमिक एवं मिडिल स्कूलों में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को का ध्यान पढ़ाई में लगने के उद्देश्य से भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग के साथ मिलकर मध्यान्ह भोजन योजना की फ्लेक्सी मत अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शालाओं में प्रतिदिन ब्रेकफास्ट नाश्ता प्रदान करने की योजना नवाचार पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई जिसके तहत बच्चों को उच्च गुणवत्ता और 45 न्यूट्रीशन युक्त विद्यालय में ब्रेकफास्ट के रूप में सीधे खाने योग्य ब्रेकफास्ट या नाश्ता प्रदान किया जाना है जिसके तहत प्रोटीन क्रंच उच्च प्रोटीन प्रोटीन फोर्टिफाइड सोया बिस्किट पोस्टिक चुनाव उच्च प्रोटीन 45 हलवा पोहा आदि दिया जाना है योजना अंतर्गत विकासखंड के 129 प्राथमिक और 59 माध्यमिक शालाओं के लगभग 6000 बच्चों को लाभवन्तित किया जाना है पर यह योजना तमाम निर्देशों के बावजूद आज शुरू नहीं हो सकी जिससे बच्चों में काफी निराशा है छात्रों का कहना है कि मंत्री जी आज नहीं आए 18 को आएंगे तब हमें नाश्ता मिलेगा।

बाइट छात्र छात्राओ की बाइट


Conclusion:cg_bls_01_breakfast_avb_CGC10013


वी ओ 2 दरअसल योजना के पीछे स्कूल शिक्षा विभाग का मानना है कि ग्रामीण इलाकों में ज्यादातर विद्यार्थी घर से बिना खाना खाए ही स्कूल आते हैं ऐसी स्थिति में बच्चे दीर्घकालीन आकाओं का शतक मध्यान भोजन मिलने की आस में भूखे रहते हैं जिससे वे अध्ययन के प्रति एकाग्र नहीं हो पाते इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए पायलट प्रोजेक्ट के रूप में छत्तीसगढ़ राज्य के दो विकासखंड बिलासपुर के पेंड्रा और कोरिया जिले के खडगांव मैं प्रतिदिन साला दिवस को ब्रेकफास्ट दिए जाने की सहमति भारत सरकार द्वारा दी गई है जिसके लिए स्कूल शिक्षा संचालक ने दिनांक 7 9 2019 को दोनों जिलों के कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी के साथ नाश्ता प्रदान करने के लिए अधिकृत संस्था छत्तीसगढ़ बीज एवं कृषि विकास निगम को पत्र लिखकर तत्काल सभी औपचारिकताएं पूरी कर 16 सितंबर 2019 से योजना प्रारंभ करने की सहमति एवं आदेश दिया था पर स्कूल शिक्षा विभाग अध्ययनरत छात्रों को लेकर कितना गंभीर है इसका पता इसी बात से ही चल रहा है कि पेंड्रा में जिस दिन से नाश्ता बांटा जाना है उस दिन जिला शिक्षा अधिकारी प्रधान पाठकों की उस संबंध में मीटिंग बुलाकर ट्रेनिंग दे रहे हैं इसके पीछे उनका तर्क है कि मंत्री जी ने 2 दिन बाद 18 सितंबर को समय दिया है और बीज निगम ने भी भंडारण नहीं किया है इसलिए योजना 2 दिन बाद 18 सितंबर को ही शुरू हो सकेगी

बाइक निरंजन कनौजिया हेड मास्टर नवागांव

बाइट साहू विकास खंड शिक्षा अधिकारी पेंड्रा

बाइट हीरा धर जिला शिक्षा अधिकारी बिलासपुर


बी ओ फाइनल कुपोषण दूर करने और शिक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए राज्य सरकार की यह अति महत्वपूर्ण पायलट प्रोजेक्ट योजना यहां अच्छे रिजल्ट देकर पूरे देश में भी लागू हो सकती है पर इसे लेकर एक स्कूल शिक्षा विभाग और उसके मंत्री कितने संजीदा हैं यह इस बात से ही परिलक्षित हो रही है कि सिर्फ मंत्री जी के समय ना देने की वजह से ऐसी महत्वपूर्ण योजना 2 दिनों तक अटकी रहेगी ऐसे में सवाल यह है कि क्या स्कूल शिक्षा मंत्री अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के प्रति भी गंभीर नहीं है
Last Updated : Sep 17, 2019, 10:59 AM IST
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