बिलासपुर: करोड़ों रुपए की लागत से कोरोना संदिग्ध के इलाज के लिए जिला अस्पताल को संभागीय कोविड-19 में तब्दील किया जा रहा है, जिसकी अव्यवस्था को देख शुक्रवार को बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय खासा नाराज हुए. इस दौरान उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों को फटकार लगाई.
कोविड-19 अस्पताल के निर्माण कार्य में लापरवाही सामने आई है. शहर के जिला अस्पताल को कोरोना वायरस के मरीजों के लिए तैयार किया जा रहा है. इसके लिए SECL ने 4 करोड़ 8 लाख रुपए सीएसआर मद से राशि स्वीकृति की है. इसमें अब तक 1 करोड़ 63 लाख रुपए खर्च कर तीन ICU वार्ड बनाये गए हैं. प्रत्येक वार्डों में 10-10 अत्याधुनिक आईसीयू बेड लगाए गए हैं. अस्पताल के डेवलपमेंट की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी विभाग को दी गई है. इसके निर्माण कार्य के पहले दिन से ही किए जा रहे खर्च को लेकर कई सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं.
विधायक ने कोविड-19 अस्पताल का किया निरीक्षण
शुक्रवार को शैलेष पांडेय निर्माण कार्य का औचक निरीक्षण करने पहुंचे. जहां निर्मण कार्यों में खामियां देख नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने संबंधित विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को फटकार लगायी. विधायक ने कोविड-19 जैसे संवेदनशील मामले पर अनियमितता पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी है.
रायपुर: कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद सील आमानाका में लापरवाही
अधिकारियों को लगाई फटकार
राज्य में लगातार कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. साथ ही दूसरे राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के मजदूरों की वापसी को लेकर तैयारी की जा रही है. हर जिले और ब्लॉक स्तर में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गये हैं. लेकिन कोरोना पॉजिटिव मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल की कमी है. इसे देखते हुए जिला अस्पताल को कोविड-19 अस्पताल बनाया जा रहा है. इसके डेवलपमेंट की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी विभाग को दी गई है. जहां निरीक्षण के दौरान काम में लापरवाही पाई गई है. विधायक पांडेय ने अधिकारियों को निर्माण कार्य में लापरवाही करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है.