बिलासपुर: मस्तूरी जनपद के ग्राम पंचायत लोहर्सि के गौठान में मवेशियों की भूख प्यास से हुई मौत का मामला अब राजनीतिक रूप लेने लगा है. बीजेपी के मस्तूरी विधायक कृष्णमूर्ति बांधी ने इन मौतों के बाद मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट गौठान पर कई सावलिया निशान खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि यह योजना गौशाला की जगह मवेशियों के लिए मौत की शाला बनती जा रही है.
कृष्णमूर्ति बांधी ने लोहरसी में 22 मवेशियों की मौत को लेकर सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि केवल मस्तूरी विधानसभा ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में सरकार की इस ड्रीम प्रोजेक्ट में अनियमितता पाई जाएगी. अगर गौठान की जांच कराई जाए तो मवेशियों की मौत के चौंकाने वाले आंकड़े भी निकल कर सामने आएंगे. उन्होंने कहा कि मवेशियों की मौत भूख के कारण हुई है और हमारे अधिकारी गायों की मौत को लेकर लीपापोती कर रहे हैं और इस मामले को दबाने की भरपूर कोशिशें कर रहे हैं.
मवेशियों की मौत को लेकर संवेदनशील नहीं है सरकार: कृष्णमूर्ति बांधी
उन्होंने मृत मवेशियों के क्रिया कर्म को लेकर भी सरकार को घेरा है. अपने बयान में उन्होंने कहा कि जिस तरह से मवेशियों की मौत हुई है और उन्हें गड्ढा खोदकर दफनाया गया है, ये कहीं न कहीं सरकार के उस चेहरे को उजागर करता है जो मवेशियों की मौत को लेकर संवेदनशील नहीं है. विधायक ने कहा कि अगर इस मामले में सरकार जल्द ही कोई कदम नहीं उठाती है तो बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा.
विधायक ने कहा कि सरकार के पास गौठान को लेकर कोई योजना नहीं है, ना चारा, ना चरवाहा, न रहने की उचित व्यवस्था. यही कारण है कि यह योजना पूरी तरह से फ्लॉप नजर आ रही है.