गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: जिले की पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आया है. पुलिस ने 7 साल के नाबालिग बच्चे को सही-सलामत चाइल्ड लाइन पहुंचाया है. मामला परासी गांव का है. यहां रहने वाले ज्ञान सिंह केवट का बेटा राजेश नशे का आदी है, साथ ही उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं है. उसकी पत्नी ने भी उसे 5 साल पहले छोड़ दिया था. आरोपी राजेश अपने 7 साल के बच्चे के साथ आए दिन मारपीट करता था.
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घटना की जानकारी राजेश के पिता ज्ञान सिंह ने थाना प्रभारी मरवाही को दी. थाना प्रभारी मनीष परिहार ने मानवीय दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए मौके पर जाकर जांच की. यहां उन्होंने पाया कि ज्ञान सिंह ही अपने पोते की देखभाल कर रहा है, साथ ही आर्थिक तंगी से गुजर रहा है. वहीं कोई और भी नहीं है, जो बच्चे की देखभाल कर सके. जिसके बाद मामले की पूरी जानकारी आला अधिकारियों को दे दी गई.
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अधिकारी से मिले आदेश
अधिकारियों के निर्देश पर दादा को बच्चे को बिलासपुर चाइल्ड लाइन भेजे जाने के बारे में बताया गया. दादा ज्ञान सिंह इसके लिए तैयार हो गए. जिसके बाद पुलिस ने कानूनी कार्रवाई के बाद बच्चे को चाइल्ड लाइन के लिए रवाना कर दिया.