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कोरोना पर हाई अलर्ट, 31 मार्च तक बंद रहेंगे मां महामाया मंदिर के पट - 31 मार्च तक मंदिर के पट बंद

चैत्र नवरात्र में इस बार कोविड-19 का असर देखने को मिल सकता है. मंदिर के कपाट बंद होने के कारण श्रद्धालु इस बार नवरात्र पर मां महामाया के दर्शन नहीं कर पाएंगे. फिलहाल ये फैसला 31 मार्च तक के लिए लिया गया है.

Mahamaya temple will remain closed due to Corona virus
बंद रहेंगे मां महामाया मंदिर के पट
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Published : Mar 20, 2020, 8:32 AM IST

Updated : Mar 20, 2020, 3:41 PM IST

बिलासपुर: कोरोना वायरस से निपटने के लिए रतनपुर के महामाया मंदिर को बंद कर दिया गया है. कलेक्टर के आदेश के बाद कोरोना वायरस के प्रभाव को रोकने के लिए ये फैसला लिया गया है. आगामी आदेश तक रतनपुर महामाया मंदिर, लखनी देवी मंदिर सहित शहर में स्थित अन्य मंदिरों को भी बंद कर दिया गया है. बता दें कि गुरुवार शाम की आरती के बाद मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए हैं.

नहीं जलेंगे ज्योति कलश

मंदिर के ट्रस्टी सुनील संथोलिया ने बताया कि इस बार नवरात्र में ज्योति कलश भी प्रज्जवलित नहीं किए जाएंगे. मंदिर में लगभग 25 हजार ज्योति कलश प्रज्जवलित किए जाते हैं, जिसकी देखरेख के लिए 400 से 500 कर्मचारी लगते हैं. चूंकि शहर में धारा 144 लागू है, इस वजह से इस बार मंदिर में ज्योति कलश प्रज्जवलित नहीं किए जाएंगे.

नियमित रूप से होगी पूजा

संथोलिया ने बताया कि इस दौरान मंदिर में नियमित रूप से पूजा-पाठ होते रहेंगे, लेकिन श्रद्धालुओं के लिए मंदिर बंद रहेगा. बता दें कि इससे पहले सिर्फ ग्रहण काल में ही मंदिर के कपाट बंद हुआ करते थे. ऐसा पहली बार हो रहा है जब किसी प्राकृतिक आपदा के कारण महामाया मंदिर को बंद करना पड़ रहा है.

बिलासपुर: कोरोना वायरस से निपटने के लिए रतनपुर के महामाया मंदिर को बंद कर दिया गया है. कलेक्टर के आदेश के बाद कोरोना वायरस के प्रभाव को रोकने के लिए ये फैसला लिया गया है. आगामी आदेश तक रतनपुर महामाया मंदिर, लखनी देवी मंदिर सहित शहर में स्थित अन्य मंदिरों को भी बंद कर दिया गया है. बता दें कि गुरुवार शाम की आरती के बाद मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए हैं.

नहीं जलेंगे ज्योति कलश

मंदिर के ट्रस्टी सुनील संथोलिया ने बताया कि इस बार नवरात्र में ज्योति कलश भी प्रज्जवलित नहीं किए जाएंगे. मंदिर में लगभग 25 हजार ज्योति कलश प्रज्जवलित किए जाते हैं, जिसकी देखरेख के लिए 400 से 500 कर्मचारी लगते हैं. चूंकि शहर में धारा 144 लागू है, इस वजह से इस बार मंदिर में ज्योति कलश प्रज्जवलित नहीं किए जाएंगे.

नियमित रूप से होगी पूजा

संथोलिया ने बताया कि इस दौरान मंदिर में नियमित रूप से पूजा-पाठ होते रहेंगे, लेकिन श्रद्धालुओं के लिए मंदिर बंद रहेगा. बता दें कि इससे पहले सिर्फ ग्रहण काल में ही मंदिर के कपाट बंद हुआ करते थे. ऐसा पहली बार हो रहा है जब किसी प्राकृतिक आपदा के कारण महामाया मंदिर को बंद करना पड़ रहा है.

Last Updated : Mar 20, 2020, 3:41 PM IST
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