बिलासपुरः समर्थन मूल्य पर धान खरीदी वर्ष 2020-21 में शुक्रवार को धान खरीदी केंद्रों में अलग-अलग स्थिति देखने को मिली. कुछ केंद्रों में पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा तो कुछ केंद्रों में किसानों की भारी भीड़ नजर आई. किसान 2 दिन पहले खरीदी खत्म होने को लेकर सवाल भी उठा रहे हैं.
धान खरीदी केंद्र में लोगों की भीड़
खरीदी केंद्र प्रभारी अगले 2 दिनों के लिए शासन से किसी भी प्रकार के दिशा निर्देश न मिलने की बात कह रहे हैं. नवगठित जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही में शुक्रवार को धान खरीदी केंद्रों में अलग-अलग स्थिति देखने को मिली. धान खरीदी केंद्रों में धान बेचने वाले किसानों की अच्छी खासी भीड़ रही. कुछ केंद्रों में पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा. एक भी किसान ना तो धान बेचने आए और न ही किसी का टोकन काटा गया.
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धान खरीदी का शुक्रवार को अंतिम दिन
तकनीकी रूप से शुक्रवार को धान खरीदी का अंतिम दिन हो गया. सरकारी नियमों के अनुसार शनिवार और रविवार को धान खरीदी नहीं होती है. शासन ने धान खरीदी की तिथि 31 जनवरी तक घोषित कर रखी है. कंप्यूटर ने भी नए टोकन जारी करना बंद कर दिए हैं. किसान ये मान रहे हैं कि अब धान खरीदी नहीं होगी. शासन की ओर से नए दिशा निर्देश जारी नहीं होते हैं. 30 और 31 को किसी भी तरह की धान खरीदी या नए टोकन नहीं काटे जाएंगे.
धान खरीदी का आखिरी वर्ष
धान खरीदी इस वर्ष के लिए समाप्त हो जाएगी. खरीदी को लेकर कुछ किसानों का कहना है कि पटवारी और कुछ अन्य कारणों की वजह से वे अपना ध्यान नहीं दे सके हैं. सरकारी घोषणा के अनुसार धान खरीदी 31 जनवरी तक होनी ही चाहिए. खरीदी केंद्र प्रभारियों का कहना है कि इस संबंध में अभी तक कोई दिशा-निर्देश नहीं आए हैं.