बिलासपुर: आरपीएफ महिला कर्मचारी ने प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला का स्टेशन में सुरक्षित प्रसव कराकर मानवीय चेहरा सामने लाया है. बिलासपुर के गतौर स्टेशन पर एक दिन पहले रात में गश्त के दौरान आरपीएफ को महिला दिखी थी. प्रसव के बाद महिला को महतारी एक्सप्रेस से बिलासपुर के सिम्स मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. जहां जच्चा बच्चा दोनों सुरक्षित है. महिला उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले की रहने वाली है.
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महतारी एक्सप्रेस के देर से पहुंचने प्लेटफार्म पर कराया प्रसव: आरपीएफ के मंडल सुरक्षा आयुक्त ने बताया कि "रेलवे स्टेशन गतौरा में लगभग साढ़े ग्यारह बजे कैम्पिंग ड्युटी पर तैनात प्रधान आरक्षक व्ही एनसेन को सूचना मिली कि प्लेटफार्म पर एक गर्भवती महिला दर्द से कराह रही है. सूचना पर स्टेशन मास्टर ने महतारी एक्सप्रेस को सूचना भी दिया गया और तत्काल प्रधान आरक्षक व्हीएन सेन ने रेसुब पोस्ट बिलासपुर को सूचना दिया. सूचना के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल पोस्ट प्रभारी भास्कर सोनी ने सरकारी गाड़ी से उप निरीक्षक मनीष कुमार, महिला आरक्षक सोनिया साहु, महिला आरक्षक नेंहा, आरक्षक गजेन्द्र, आरक्षक शिवा को गतौरा स्टेशन भेजा.
इस बीच महतारी एक्सप्रेस के स्टेशन नहीं पहुंचने पर आरपीएफ स्टाफ ने स्टेशन के पास रहने वाली महिला विमला से घटना की जानकारी देते हुए मदद मांगी. जिस पर महिला विमला और उसकी बेटी सुमन और दोनों आरपीएफ महिला स्टॉप सोनिया और नेहा ने साहस का परिचय देते हुए पीड़ित महिला का प्रसव कराया. महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया है.
महतारी एक्सप्रेस देर से पहुंची, प्रसव बाद सिम्स में कराया भर्ती: गतौर स्टेशन पर महिला को तड़पता देख मौके पर मौजूद स्टेशन मास्टर और आरपीएफ स्टाफ ने महतारी एक्सप्रेस को सूचना दी, लेकिन महतारी एक्सप्रेस के लेट होने पर महिला आरक्षकों ने महिला का स्टेशन में ही प्रसव करने की योजना बनाई. प्लेटफार्म पर ही उसका सुरक्षित प्रसव कराया. उसके बाद महतारी एक्सप्रेस के गतौरा स्टेशन पहुंचने के बाद महिला और बच्चा दोनों को इलाज के लिए सिम्स रवाना हुए. डाक्टर द्वारा चेक करने पर महिला और जन्म लिए बच्चा दोनों स्वस्थ पाए गए हैं.
उत्तर प्रदेश की रहने वाली है महिला: गतौर स्टेशन में प्रसव में तड़पती महिला का प्रसव के बाद उससे जानकारी ली गई. महिला ने बताया कि "वह अकेली है और उसका नाम फूलजहां पिता नजर मोहम्मद उम्र 32 वर्ष है. वह यूपी के गोंडा जिले की रहने वाली है. महिला के साथ अन्य कोई भी व्यक्ति साथ नहीं थे. उसके पास कोई रेलवे टिकट नहीं मिला. महिला और उसका बच्चा स्वस्थ हालत में है और इलाज सिम्स अस्पताल बिलासपुर में जारी है.