बिलासपुर: आपातकालीन स्थिती में हॉस्पिटल पहुंचने पर बुनियादी सुविधाओं की मांग के लिए दायर जनहित याचिका पर बुधवार को सुनवाई हुई. हाईकोर्ट ने मामले में राज्य सरकार से जवाब मांगा है.
दरअसल, दुर्ग निवासी वंदना सिंह को लेबर पेन होने पर महिला हेल्पलाइन के माध्यम से रायपुर के मेकाहारा स्थित सरकारी अस्पताल लाया गया था. जहां अस्पताल प्रशासन ने उन्हें बिना अटेंडेंट के भर्ती करने से इंकार कर दिया. इसके बाद पीड़िता वंदना सिंह को 10 हजार रुपये खर्च कर अटेंडेंट रखना पड़ा. अस्पताल प्रशासन पर आरोप है कि 'उन्हें भर्ती करने के बाद निशुल्क सेवाओं का लाभ भी नहीं दिया गया.'
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इस मामले में अमन सत्य ट्रस्ट ने जनहित याचिका दायर की थी. याचिका में मांग की गई है की 'ऐसी आपातकालीन स्थिति में अस्पताल प्रशासन निशुल्क अटेंडेंट सेवा मरीज को प्रदान करे. साथ ही जरूरी दवाइयां भी निशुल्क मरीज को दी जाए.'