गौरेला पेंड्रा मरवाही: 22 वीं राज्य स्तरीय शालेय खेलकूद प्रतियोगिता में जिमनास्टिक खेल में छत्तीसगढ़ के इतिहास में सबसे ज्यादा 250 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया है. प्रमुख बात यह है कि सरगुजा और बस्तर संभाग से भी खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं. ऐसे में जिमनास्टिक जैसे खेलों के लिए सुदूर बस्तर और सरगुजा जैसे ग्रामीण इलाकों से खिलाड़ियों का निकल कर आ रहे हैं. इन खिलाड़ियों के आने से जिमनास्टिक के लिए प्रदेश में अच्छे संकेत देखने को मिल रहे हैं.
यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ में पहली बार जेल लोक अदालत, हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति ने किया शुभारंभ
जिमनास्टिक खेलों में ज्यादातर देखा गया है कि वे खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं जो शहरी क्षेत्रों के होते हैं, चकाचौंध भरी स्टेडियम के बीच खिलाड़ी सुविधाओं में प्रदर्शन करते हैं. वही सामने आते हैं. इस बार पेंड्रा में आयोजित राज्य शालेय क्रीडा प्रतियोगिता में वे बच्चे देखने में आ रहे हैं जो असुविधाओं और सीमित संसाधन में रहने वाले हैं. अपनी खेल प्रतिभा का जोहर दिखा रहे हैं.
राष्ट्रीय जिम्नास्टिक कोच की मानें तो ऐसे बच्चे जो शारीरिक रूप से मजबूत हैं. अगर जिम्नास्टिक प्रतियोगिता में वह बच्चे सामने आएंगे तो जिमनास्टिक जैसे खेलों में जहां दम और साहस की आवश्यकता होती है अपना प्रदर्शन करेंगे तो अच्छे खिलाड़ी निकल कर बाहर आएंगे. इस बार बस्तर और सरगुजा संभाग से भी खिलाड़ियों का निकल कर आना जिमनास्टिक के लिए अच्छे संकेत हैं. राष्ट्रीय खेलों में ऐसे बच्चे अपना प्रदर्शन करते हैं तो निश्चित ही राष्ट्रीय स्तर पर जिमनास्टिक की प्रतिभा देखते बनेगी.