गौरेला पेंड्रा मरवाही: पेंड्रा के सरकारी पारा स्कूल के बच्चों का भविष्य अंधकार में है. सीबीएसई सिलेबस के तहत चलने वाले इस स्कूल को शासन ने बंद करने का फैसला लिया है. अब यहां पढ़ाई करने वाले छात्र छात्राओं के परिजन चिंतित हैं. पालकों ने कलेक्टर से गुहार लगाई है. कलेक्टर ने परिजनों को बच्चों का भविष्य बर्बाद नहीं होने का आश्वासन दिया है.
स्कूल बंद, कहां जाएंगे बच्चे : पेंड्रा की पुरानी बस्ती स्थित सरकारी पारा स्कूल में 5 साल पहले 2018 में अंग्रेजी माध्यम स्कूल संचालित किया गया. स्कूल खुलने के बाद आसपास के बच्चों ने एडमिशन भी लिया. साल 2022-23 से कक्षा पहली, कक्षा आठवी में CBSE पाठ्यक्रम की पढ़ाई के लिए प्रवेश बंद कर दिया गया. यहां CBSE पाठ्यक्रम से कक्षा पांचवी पास स्टूडेंट्स का 2023-24 सेशन के लिए एडमिशन अबतक स्पष्ट नहीं है.
कलेक्टर से परिजनों ने लगाई फरियाद : पढ़ाई करने वाले छात्र छात्राओं के परिजन जिले की कलेक्टर प्रियंका ऋषि महोबिया के पास पहुंचे और ज्ञापन दिया. परिजनों की मांग है कि ''इस स्कूल के CBSE पाठ्यक्रम के अंग्रेजी माध्यम के आठवीं उत्तीर्ण छात्रों को सत्र 2022-23 में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल, अंग्रेजी माध्यम स्कूल पेन्ड्रा में प्रवेश दिया गया था. स्कूल में CBSE पाठ्यक्रम का कक्षा पांचवी उत्तीर्ण छात्रों का यह पहला बैच है. इस स्कूल में कक्षा पहली और कक्षा छठवी के लिए प्रवेश बंद है.''
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स्वामी आत्मानंद में मिलेगा एडमिशन : ब्लॉक शिक्षा अधिकारी की मानें तो 2018 में शासन से निर्देश मिला था. स्कूल खोले जाने के समय स्कूल और स्टॉफ के साथ व्यवस्था दुरुस्त नहीं की गई. जिसके बाद शासन ने स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल खोल दिया. अब इन स्कूलों को बन्द कर यहां पर पढ़ाई करने वाले बच्चों को स्वामी आत्मानंद स्कूल में ट्रांसफर करने को कहा गया है.