बिलासपुर: बिलासपुर के तारबाहर रेलवे फाटक के पास बड़ा हादसा होते-होते टल गया. सोमवार दोपहर करीब 3 बजे एक लाइट इंजन डेड एंड को तोड़ते हुए 500 मीटर आगे बढ़ गई. घटना तब हुई, जब कुछ लोग पास में ही रेल फाटक खुलने का इंतजार कर रहे थे. इंजन को अपनी तरफ आते देख लोगों में हड़कंप मच गया. लोग इधर-उधर भागने लगे. वहां मौजूद लोगों ने जैसे-तैसे खुद को बचाया. हालांकि घटना में किसी के हताहत होने की खबर अभी नहीं है. बहरहाल, रेलवे के उच्च अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और किसी भी तरह की जानकारी देने में खुद को असमर्थ बता रहे हैं.
अचानक लोगों की ओर दौड़ पड़ा इंजन...
बिलासपुर स्टेशन से करीब एक सौ मीटर की दूरी पर तारबाहर अंडरब्रिज बना है. यहां अंडरब्रिज को रेल लाइन से पूरा बाहर नहीं किया गया है, बल्कि अंडरब्रिज के बाहर निकलने वाले मुहाने के बाद डेड एंड है. अंडरब्रिज से बाहर निकलने वाले हिस्से के बाद भी रेल लाइन गुजरी है. यहां डेड एंड बनाकर बंद किया गया है और सड़क बना दी गई है. इसी से आम लोग आवाजाही करते हैं.
इस बीच दोपहर में जब रेल फाटक बंद था, तो लोग उसके खुलने के इंतजार में फाटक के आसपास ही खड़े थे. तभी अचानक रेल इंजन लोगों की ओर आने लगा. इस बीच लोग जान बचाकर भागने लगे. अफरा-तफरी मच गई. हालांकि हादसे में किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है. जिस लाइन में हादसा हुआ, वहा इंजन की अदला-बदली होती है. आज भी यही हो रहा था. अगर समय से लोग नहीं चेतते तो वहां मौजूद करीब एक दर्जन से भी ज्यादा लोगों की जानें जा सकती थीं. हालांकि रेल प्रशासन इस मामले में अभी कुछ भी जानकारी देने से बच रहा है.
इससे पहले भी हुए हैं हादसे, एक दर्जन से ज्यादा की गई थी जानें
ऐसा नहीं है कि इस तरह की घटना पहली बार हुई है. इससे पहले भी ऐसी घटना हो चुकी है. 23 अक्टूबर 2011 की रात भी ऐसा हो चुका है. उस समय तारबाहर फाटक पर अंडरब्रिज नहीं बना था. फाटक को पार कर लोग अपनी गाड़ी लेकर दो पटरियों के बीच खड़े थे. रात करीब 8:00 बजे की घटना थी. उस समय लाइन के आमने-सामने से ट्रेन आ गई थी. डर से लोगों में अफरा-तफरी मच गई थी. घटना में काफी जान-माल का नुकसान हुआ था. करीब एक दर्जन से भी ज्यादा लोगों की कटकर मौत हो गई थी, जबकि करीब 20 से 25 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे.