बिलासपुर : शहर में दिवाली का पर्व काफी उत्साह में मनाया गया. दिवाली के बाद गौरी गौरा की पूजा और उसके बाद विसर्जन का कार्यक्रम होता है. पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ छत्तीसगढ़ी पारंपरिक वेशभूषा में महिलाएं और पुरुष झूमते नाचते हुए गौरा गौरी विसर्जन यात्रा में शामिल हुए. सिर में बाबा भोलेनाथ और माता पार्वती की प्रतिमा को सुसज्जित कर महिलाएं आस्था में झूमती हुई दिखाई दी. Gaura Gauri Puja and Visarjan Program in Bilaspur
पुरुष और महिलाएं आदिवासियों के बूढ़ादेव की पूजा कर विसर्जन करने निकले. छत्तीसगढ़ के गांवों और शहरों में गोरी गौरा की पूजा करने के साथ ही विधि विधान से विसर्जन की परंपरा काफी पुरानी है. पारंपरिक वाद्यांयत्रोंं में देवी भक्ति में गीत गाए गए. Bilaspur latest news