बिलासपुर: धर्म नगरी रतनपुर के सिद्ध शक्तिपीठ महामाया देवी मंदिर ट्रस्ट के बैंक खाते से फर्जी तरीके से भारी भरकम राशि निकाल लिए जाने का केस सामने आया है. सिद्ध शक्तिपीठ श्री महामाया देवी मंदिर ट्रस्ट का भारतीय स्टेट बैंक रतनपुर शाखा में चालू खाता संचालित है. अध्यक्ष और मैनेजिंग ट्रस्टी के संयुक्त हस्ताक्षर से ही यहां खाते से भुगतान और आहरण होता है. लेकिन 16 मार्च को बैंक खाता के स्टेटमेंट का मिलान करने पर पता चला कि इस खाते से फर्जी तरीके से छह बार राशि निकाली गई है. कुल 27 लाख 19 हजार 626 रुपये निकाले गए हैं.
यह सभी राशि चेक के माध्यम से निकाली गई है. जबकि चेक कभी मंदिर ट्रस्ट द्वारा जारी ही नहीं किए गए. ना ही अध्यक्ष और मैनेजिंग ट्रस्टी ने इसपर हस्ताक्षर किए. इसकी शिकायत रतनपुर थाने में की गई है. चूंकि मामला बैंक से जुड़ा हुआ है इसलिए पुलिस बैंक अधिकारियों से संपर्क कर रही है.
चेक के माध्यम से लाखों के फर्जी आहरण
फर्जी तरीके से कुल 27,19,626 रुपये जालसाजी कर निकाले गए हैं. पुलिस का कहना है कि यह सारे अपराध भोपाल में हुए हैं. इसलिए नियमानुसार संबंधित बैंक को इसकी शिकायत भोपाल में करनी चाहिए. एक विकल्प और है कि रतनपुर पुलिस शून्य में मामला दायर कर संबंधित थाने को भेजें. फिलहाल, रतनपुर मंदिर ट्रस्ट प्रबंध न्यास ने इसकी शिकायत की है. एफआईआर दर्ज नहीं कराई है.
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रकम अन्य खातों में ट्रांसफर कर दी गई
यह 6 चेक जिनमें से बैंक ऑफ इंडिया से 4 और कोऑपरेटिव बैंक से दो चेक भोपाल शाखा से क्लियर हुए हैं. एडवर्ड शर्मा और मुंडू नामक युवक के नाम से चेक जारी किए गए थे. रतनपुर ट्रस्ट के द्वारा अपने चेक पर हिंदी में साइन किया जाता है. जबकि इस बार साइन इंग्लिश में थे. इसके बावजूद बैंक वालों से यह गलती हो गई कि उन्होंने दस्तखत मिलाए बगैर भुगतान कर दिया. इन दोनों खातों में रकम आने के बाद इन खातों से भी वह रकम किसी अन्य खातों में ट्रांसफर कर दी गई है. जिसका पता अब पुलिस को लगाना है.
पुलिस कर रही है जांच
रतनपुर पुलिस का कहना यह है कि फ्रॉड भोपाल में हुआ है. बैंक वालों को भोपाल में शिकायत दर्ज करानी चाहिए. यदि रतनपुर में शिकायत दर्ज कराना चाहते हैं तो कर सकते हैं, लेकिन पुलिस केस को भोपाल रेफर कर देगी. इसके लिए बैंक प्रबंधक और ट्रस्ट वालों को पूरी विधिवत जानकारी मुहैया करानी होगी. जिसके बाद शिकायत दर्ज की जा सकती है. मंदिर में दान और अन्य साधनों से श्रद्धालु धन आपूर्ति कर आते हैं. लेकिन यही धन किसी जालसाज ने फर्जी तरीके से उड़ा दिए हैं. मामला संवेदनशील है इसलिए पुलिस भी फूंक-फूंक कर कदम उठा रही है.