बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में ठगी के मामले आते रहते हैं. सिटी कोतवाली थाना प्रभारी प्रदीप आर्या ने बताया कि "खपरगंज मारवाड़ी लाइन निवासी वैभव जाजोदिया को काम की जरूरत था. इसलिए उन्होंने अलग अलग वेबसाइट में नौकरी के लिए आवेदन किया था. इसी बीच समीर बैग नाम के एक व्यक्ति ने उनके व्हाट्सएप पर संपर्क कर प्राइवेट कंपनी में नौकरी लगवाने का आश्वासन दिया. इसके एवज में 2 लाख 50 हजार की मांग की. इस पर वैभव ने लालच में आकर अपने मां के बैंक खाते से अलग-अलग किस्त में युवक के बताए गए बैंक खाते में रुपए ट्रांसफर कर दिया. नियुक्ती पत्र के लिए अलग व्यक्ति का नंबर देकर संपर्क करने को कहा."
जानिए पूरा मामला: कोतवाली थाना प्रभारी ने बताया कि "समीर बैग को रूपए मिलने के बाद उसने उसे एक मोबाइल नंबर भेज कर कहा कि इसमें अभिषेक देसाई जो उस कंपनी में एचआर के पद पर है. नाम का व्यक्ति मिलेगा अब यह ही आगे भविष्य में आपकी कंपनी में नियुक्ति के संबंध में काम करेगा. उससे संपर्क करने के बाद वैभव को 21 मार्च 2022 को कंपनी मे नियुक्ती संबंध में बैकग्राउंड वेरिफिकेशन कन्फर्मेशन का मेल आया और जांच कर कंपनी में नौकरी देने स्वीकर कर लिया. उसके बाद ज्वाइनिंग फार्म आया जिसे भरकर भेजना था. फार्म भरने के बाद 23 मई 2023 को कंपनी में काम शुरू हो जायेगा कहा गया.
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नौकरी नहीं लगने पर हुआ ठगी का अहसास: कुछ समय बितने के बाद भी युवक का नौकरी नहीं लगा. इस दौरान अभिषेक से वैभव ने संपर्क किया तो वह बार बार केवल आश्वासन देता रहा और कहता रहा की बड़ी मात्रा में लोगों की नौकरी संबंधित काम चल रहा है. थोड़ा समय लगेगा बोलकर घुमाने लगा. तब उन्होंने उस प्राइवेट कंपनी टेग कंप्लियेस में संपर्क किया तो जानकारी दी गई कि नियुक्ति पत्र फर्जी है और जो मेल आईडी दिये है वह भी जाली है. उसके कंपनी वास्तविक आईडी नहीं है. इस पर युवक को अपने साथ हुए धोखाधड़ी पर पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया. मामले में कोतवाली पुलिस अज्ञात ठग के खिलाफ केस दर्ज कर जांच में जुटी है.