बिलासपुर: कोरोना महामारी के बाद अब बारिश ने छत्तीसगढ़ में कोहराम मचाया हुआ है. एक ओर जहां कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर मूसलाधार बारिश से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बारिश की वजह से बिल्हा क्षेत्र के मोहदा और पर्यटन क्षेत्र ताला से होकर बहने वाली मनियारी नदी उफान पर है. कई गांव टापू में तब्दील हो गए हैं.
छत्तीसगढ़ में बीते कई दिनों से बारिश हो रही है. 3 दिनों से लगातार हो रही बारिश की वजह से जलाशयों से पानी छोड़ने की वजह से नदी में बाढ़ के हालात हैं. बारिश की वजह से मोहदा, अतर्रा, लुकाऊ कांपा और टिकट पेंड्री समेत ताला के निचले इलाके में पानी भर गया है. बाढ़ में फंसे ग्रामीणों को रेस्क्यू किया जा रहा है. बाढ़ को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारी अखिलेश साहू ने नदी किनारे गांव में अलर्ट जारी किया है.
मौके पर पहुंची रेस्क्यू टीम
बाढ़ ने कई गांवों में तबाही ला दी है. मौके पर पहुंची जिला प्रशासन की टीम बचाव और राहत कार्य में लगी हुई है. निचले हिस्से के लुकाऊ कांपा में बाड़ी की रखवाली कर रहे लगभग 25 लोग बाढ़ में फंस गए हैं. जिन्हें निकालने प्रशासनिक अधिकारियों ने रेस्क्यू टीम को मौके पर बुलाया है.
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लोगों को दूसरी जगह किया गया शिफ्ट
टीम सुबह से देर शाम तक लोगों को बाढ़ से निकालने की कोशिश करती रही. घरों में पानी के भर जाने से लोगों को सुरक्षित ठिकानों में रखा गया है. अधिकारियों ने बताया कि ग्रामीणों को नदी के पास नहीं जाने के निर्देश दिए गए हैं. जिला प्रशासन और स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (SDRF) की टीम ने कई परिवारों को दूसरी जगह शिफ्ट किया है.
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खतरे के निशान से उपर बह रही नदी
बारिश की वजह से नदी-नाले खतरे के निशान से उपर बह रहे हैं. पानी के बढ़ते जलस्तर से अंदाजा लगाया जा रहा है कि हालात को नियंत्रित करने में दो से चार दिन का समय लग सकता है. बिल्हा के नायब तहसीलदार ने बताया है कि अब तक लगभग 24 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. साथ ही स्कूलों में ठहराए गए 200 लोगों के लिए भोजन पानी की व्यवस्था की जा रही है.