गौरेला: चर्चित उद्योगपति के खिलाफ फर्जी बैंक गारंटी जमा कर धान उठाव करने के मामले में हुई कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है. प्रभारी मंत्री जय सिंह अग्रवाल से मामले की शिकायत के बाद कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने जांच कमेटी बनाकर जांच करने के निर्देश दिए थे. खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग से जारी पत्रों के अनुसार इस बात की पुष्टि हुई है कि कस्टम मिलिंग का धान उठाने के लिए राइस मिलर ने फर्जी बैंक गारंटी प्रस्तुत की.
एक माह से चल रहा था फर्जी बैंक गारंटी से धान का उठाव: जांच में यह बात सामने आई कि वर्तमान खरीफ वर्ष में भी लगभग 1 माह के दौरान फर्जी बैंक गारंटी के आधार पर धान का उठाव किया गया. खरीफ वर्ष 2021-22 में चारों फर्म द्वारा जमा कुल 61 नग बैंक गारंटी कुम राशि 44.00 करोड़ में से भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक (क्षेत्र-1) क्षेत्रीय व्यवसाय कार्यालय बिलासपुर के द्वारा 38 बैंक गारंटी कुल राशि 22.50 की पुष्टि की गई है जिसमें से तीन फर्म श्याम इण्डस्ट्रीज, श्याम फूड प्रोडक्ट और राइस मिल अंजनी गौरेला की 23 बैंक गारंटी कुल राशि 21.50 करोड़ रुपये जो भारतीय स्टेट बैंक शाखा पेण्ड्रारोड से जारी थे, वो फर्जी हैं. इनके एवज में धान का उठाव भी किया गया.
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ब्लैक लिस्टेड करने के बाद अब गिरफ्तारी की तैयारी: जांच में मामला सही पाए जाने के बाद विपणन अधिकारी गौरेला पेंड्रा मरवाही लोकेश देवांगन, भारतीय स्टेट बैंक शाखा पेंड्रा रोड के शाखा प्रबंधक सिप्रियन टोप्पो, श्याम फूड प्रोडक्ट, यश राइस मिल के संचालक गोपाल अग्रवाल उनके भाई आशीष अग्रवाल और दोनों के पिता फकीर चंद अग्रवाल के खिलाफ 5 जनवरी 2023 को धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया. पुलिस ने मामले में विवेचना शुरू कर दी है और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तार करने का दावा कर रही है.