बिलासपुर: कभी-कभी एक वारदात की वजह से कई अपराध पनप जाते हैं. बिल्हा के संबलपुरी में कुछ ऐसा ही हुआ, जहां साल 2019 के सितंबर महीने में गांव के दबंग पूर्व सरपंच ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक महिला का अपहरण कर लिया था. उसके बाद भाटापारा क्षेत्र से बलात्कार की खबर सामने आई थी. इसकी शिकायत हिर्री थाना में दर्ज कराई गई थी. वहीं जांच में जुटी पुलिस ने 3 दिनों पहले आरोपी पूर्व सरपंच मनमोहन बंजारे को गिरफ्तार कर लिया. जबकि आरोपी के तीन साथी अभी भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है.
जानकारी के मुताबिक आरोपी की गिरफ्तारी से गांव में तनाव का माहौल बन गया और पुलिस के जाते ही गांव के दो पक्ष आमने-सामने हो गए. इस मुद्दे को लेकर मारपीट की एक बड़ी घटना हो गई है. ग्रामीणों का कहना है कि आरोपी पूर्व सरपंच की तरफ से सत्रोहन बंजारे, जगतारण और राजकुमार कुर्रे सहित 10 लोगों ने हथियार से लैस होकर गांव के ही राजेश डेहरिया, नरेश कुमार चंद्रा, विशकेतु पर हमला कर दिया. इस घटना में दो लोगों को गंभीर चोट आई है.
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गांव में बने इस हालात के बाद दोनों पक्ष बहस बाजी करते हुए बिल्हा थाना पहुंच गए. जहां थाना प्रभारी के समझाइश के बाद एक पक्ष ने मामला दर्ज कराया. जिसके बाद पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए तत्काल बिलासपुर सिम्स रवाना कर दिया. इसके बाद पुलिस ने गांव में दबिश दी और शत्रुघ्न बंजारे, जगतारण और राजकुमार को मौके से गिरफ्तार कर लिया. जबकि इस केस में 10 अन्य लोग पुलिस को देखकर भाग खड़े हुए. बिल्हा पुलिस के मुताबिक इस केस में फिलहाल जांच की जा रही और पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित बलवा की धाराओं के तहत कार्रवाई की जा रही है. घटना के बाद से गांव में सन्नाटा पसर गया है. ग्रामीण डर के मारे घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं.