बिलासपुर: Father pays tribute to daughter आओ सजा लें आज को, कल का पता नहीं..कल को तो छोड़िए जनाब पल का पता नहीं... यह भजन गाकर प्रमोद खुरसैल ने अपनी बिटिया को अंतिम विदाई दी. छत्तीसगढ़ी गायिका मोनिका के पार्थिव शरीर के सामने खड़े होकर पिता ने भजन गाया.
मोनिका के पिता प्रमोद खुरसैल पेशे से वकील हैं. वह मोनिका के पहले गुरु भी हैं. पिता ने मोनिका की मौत के बाद उसे अंतिम विदाई देने के लिए भजन संध्या का आयोजन कराया और खुद भजन गाकर बिटिया को श्रद्धांजलि दी.
कब हुई थी मोनिका की मौत: छत्तीसगढ़ी गीतों की माला पिरोने वाली सिंगर मोनिका ने रायपुर स्थित अस्पताल में बुधवार सुबह 6 बजे अंतिम सांस ली. बिलासपुर के हेमू नगर की रहने वाली सिंगर मोनिका को ब्रेन हेमरेज हुआ था. वह पिछले कुछ दिनों से अस्पताल में इलाज करा रहीं थीं.
मोनिका ने रायपुर बिलासपुर में कई स्टेज शो किए हैं. मोनिका ने अरपा पैरी के धार, मेरी खुशी, बाबा साहेब जैसे कई सुप्रसिद्ध गीतों में अपनी आवाज दी है. सिंगर मोनिका के दोस्त भी अब खुद को अकेला महसूस करने लगे है. मोनिका के साथी प्रशांत ठाकुर और प्रियंका शुक्ला ने बताया कि उन्हें काफी तकलीफ है कि मोनिका उनके बीच नहीं रही. उन्हें इस बात से हैरानी भी है कि इतनी कम उम्र में मोनिका उन्हें छोड़ कर चली गई.
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आने से पहले मौत को, खुद को संभाल लें...
टूटा जो फूल साख से, फिर वो लगा नहीं...
मोनिका अब इस दुनिया में कभी लौट कर नहीं आएगी, लेकिन अपनी गायकी के जरिए वो लोगों के दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगी, इसलिए पिता ने भी गाकर ही अपनी बिटिया को अंतिम विदाई दी.