बिलासपुर: एक फरवरी को आम बजट पेश किया जाएगा. जिसमें रेल बजट भी जुड़ा रहेगा. हर साल की तरह इस बार भी बजट से आम जनता को काफी उम्मीदें है. बजट से पहले ETV भारत की टीम ने मंडल रेल सलाहकार समिति(डीआरयूसीसी), बिलासपुर के सदस्य बजरंग लोहिया से खास बातचीत की है.
सवाल-आम बजट से बिलासपुर जोन को कितनी उम्मीदें हैं ?
जवाब- बजरंग लोहिया ने कहा कि पूरा साल कोरोना की चपेट में रहा, आवागमन ठप रहा. ऐसे में परिचालन पूरी तरह पटरी पर आ जाये यही बड़ी उपलब्धि होगी. परिचालन दुरुस्त होने पर जनजीवन बदलेगा,औद्योगिक और व्यवसायिक दृष्टिकोण से भी स्थिति बेहतर होगी.
सवाल- महानगरों से कनेक्टिविटी बढ़ेगी ?
जवाब-बिलासपुर जोन कमाऊ जोन के रूप में जाना जाता है. 17 जोनों में सर्वाधिक आय देने वाला जोन बिलासपुर है, लेकिन दुर्भाग्य है कि SECR के साथ अभी तक न्याय नहीं हुआ है. यहां महानगरों से सीधी कनेक्टिविटी की दिशा में कोई ठोस पहल नहीं किए गए. बिलासपुर से मुंबई और हावड़ा को सीधे जोड़ने वाली ट्रेनों की दरकार है. बार-बार इन मांगों को उठाने के बाद भी हम अबतक उपेक्षित ही रहे हैं. कोरबा या रायगढ़ से भी महानगरों को जोड़ने वाली सीधी ट्रेन मिल जाए तो जोन के लिए बड़ी राहत होगी.बजरंग लोहिया ने बताया कि हैदराबाद भी स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए एक बेहतर शहर के रूप में उभरा है. बिलासपुर से हैदराबाद के लिए सीधी ट्रेन अभी तक नहीं है. रायपुर से दक्षिण भारत की ओर जाने वाली ट्रेन का बिलासपुर तक विस्तार होना चाहिए.
पढ़ें-BUDGET SPECIAL: सरकार के फैसले पर टिकी हैं SECL के करीब 3 लाख कर्मचारियों की निगाहें
सवाल: पैंसेजर ट्रेनों को लेकर आप क्या सोचते हैं
जवाब: महानगरों की तर्ज पर बिलासपुर और रायपुर के बीच भी फास्ट पैसेंजर ट्रेनों की दरकार है, जो कई फेरे लेने में सक्षम हो. इस बहुप्रतीक्षित मांग पर भी अभी तक गौर नहीं किया गया. बजरंग लोहिया ने कहा, जरूरी है कि मालगाड़ियों के परिचालन का भी विस्तार हो, लेकिन इसी अनुपात में यात्रियों की गाड़ियां भी बढ़े और यात्री सुविधाओं का भी विस्तार हो.
पढ़ें-बजट स्पेशल: रेलवे सेवा से महरूम है ऊर्जाधानी, इस बजट से बंधी हैं उम्मीदें
सवाल- किस स्टेशन के विकास की फौरी जरूरत है.
जवाब- यह स्टेशन अभी भी E ग्रेड का है. इसे अपग्रेड करने की आवश्यकता है. इस स्टेशन को भोपाल से लगे हबीबगंज स्टेशन के जैसा विकसित करना होगा. यहां अब कटनी रूट में जाने वाली कई ट्रेनों का स्टॉपेज है, लेकिन शेड की कमी और अन्य बुनियादी सुविधाओं का बहुत अभाव है. यहां पाथ वे और एक्सलेटर की दरकार है.
सवाल- यात्री सुरक्षा के लिए क्या उपाय होने चाहिए ?
जवाब- यात्रियों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाए तो गए हैं, लेकिन आधुनिक प्रणाली के ऑपरेशन में चूक अक्सर देखने को मिलती है. पहले आम और रेल बजट को अलग-अलग रखा जाता था, लेकिन अब दोनों ही बजट को एक साथ पेश किया जाता है. जो खर्च कटौती के दृष्टिकोण से प्रशंसनीय कदम है.