बिलासपुर: एक निजी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में बीजेपी सांसद लखनलाल साहू पर खुलासे के बाद छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के उपाध्यक्ष रमन सिंह उनके बचाव में उतर आये हैं. रमन सिंह ने सांसद लखनलाल साहू को इनोसेंट बताते हुए विरोधियों पर उन्हें फंसने का आरोप लगाया है. वहीं पार्टी ने सांसद लखनलाल साहू को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है.
'स्टिंग में फंसे सांसद इनोसेंट'
बीजेपी के सांसद लखनलाल साहू के स्टिंग ऑपरेशन में फंसते ही प्रदेश में राजनीतिक भूचाल आ गया है. जहां एक ओर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने सांसद लाल साहू का खुलकर बचाव किया है. वहीं रमन सिंह ने पार्टी की तरफ से लखनलाल साहू को नोटिस जारी कर जवाब-तलब करने की भी बात कही है. स्टिंग ऑपरेशन पर सवालों का जवाब देते हुए रमन सिंह ने कहा कि, स्टिंग ऑपरेशन में सिर्फ बीजेपी के सांसद ही नहीं कांग्रेस और दूसरे राजनीतिक दलों के सांसदों का नाम भी शामिल है. उन्होंने कहा कि, भारतीय जनता पार्टी को बदनाम करने के लिए यह एक षड्यंत्र है जो विपक्षी पार्टियों ने रचा है.
'चुनाव में नहीं पड़ेगा फर्क'
रमन सिंह के बाद बिलासपुर लोकसभा से बीजेपी प्रत्याशी अरुण साव ने भी स्टिंग ऑपरेशन को फर्जी बताया है. अरुण साव ने इसे बीजेपी को बदनाम करने के लिए कांग्रेस की साजिश बताया है. उन्होंने कहा कि, चुनाव के वक्त इस तरह के स्टिंग ऑपरेशन को जनता भी समझती है और इसका इलेक्शन में कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
नये उम्मीदवार के लिए मुश्किल
वहीं जानकारों की मानें तो स्टिंग ऑपरेशन बीजेपी के लिए मुसीबत बन गया है. लोगों का कहना है कि, टिकट कट जाने के बाद सांसद पहले ही नाराज थे, वहीं अब नये उम्मीदवार के लिए वोट मांगना उनके लिए आसान नहीं होगा. सांसद लखन लाल साहू के कारनामे और उनके निष्क्रियता पर पहले भी सवाल उठते रहे हैं. अब भ्रष्टाचार और गैर राजनीतिक व्यवहार के लिए बीजेपी को छत्तीसगढ़ में जनता के विरोध का सामना भी करना पड़ सकता है.