बिलासपुर: भारतीय रेल जब से अस्तित्व में आई है तब से कभी भी रेल का पहिया थमा नहीं था, लेकिन पूरे विश्व में कोविड-19 का कहर कुछ इस कदर बरपा कि देश में पहली बार ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह ठप हो गया. लॉकडाउन के दौरान रेलगड़ियों के परिचालन और रेलवे की व्यवस्थाओं पर ETV भारत की टीम ने दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर जोन का जायजा लिया.
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रेलवे ने आने वाले दिनों में ट्रेन परिचालन के मद्देनजर अपनी तैयारी पूरी कर ली है. फिलहाल जोनल स्टेशन में बाहरी लोगों का प्रवेश बंद है. स्टेशन के मुख्य द्वार के पास बाहर से आने वाले रेलवे स्टाफ की थर्मल चेकिंग नियमित रूप से की जाती है. कर्मचारियों को सैनिटाइजर दिया जाता है. रेलवे स्टेशन में रेलकर्मी फिलहाल 3 शिफ्ट में काम कर रहे हैं. प्रमुख रूप से इन दिनों लोकोपायलट, सफाईकर्मी और तकनीकी स्टाफ काम पर जुटे हुए हैं. ट्रेन परिचालन में कहीं कोई तकनीकी बाधा न आए इसलिए रेलवे स्टाफ डयूटी में लगे हुए दिख रहे हैं. इन दिनों हर रोज तकरीबन 500 रेलवे स्टाफ अपनी ड्यूटी देने स्टेशन पहुंचते हैं.
मालगाड़ियों का हो रहा है परिचालन
खाद्य सामग्री, दवाएं, चिकित्सा सामग्री, खाद्य तेल जैसे जरूरी सामानों का इन दिनों व्यापक स्तर पर रेलवे की मदद से परिवहन किया जा रहा है. दुर्ग-छपरा अप एंड डाउन, दुर्ग-अम्बिकापुर अप एंंड डाउन, दुर्ग-कोरबा अप एंड डाउन, इतवारी-टाटानगर अप एंड डाउन ट्रेनों से आगामी 15 मई तक अलग-अलग जगहों में सामान पहुंचाया जा रहा है. जोन के दुर्ग-भिलाई स्टेशन पर कुछ ट्रेनों को एहतियातन कोरोना मरीजों को आइसोलेट करने के लिए भी प्रमुख रूप से तैयार किया गया है.
ट्रेन परिचालन के नहीं मिल रहे संकेत
रेलवे की ओर से ट्रेन परिचालन को लेकर कोई स्पष्ट संकेत नहीं मिल रहा है. नियमित यात्रा करने वाले और दूसरे राज्यों में फंसे लोग बस ट्रेनों के चलने का इंतजार कर रहे हैं. कोरोना का कहर थमते ही भारत में ट्रेन फिर से पटरियों पर दौड़ने लगेगी और ट्रेन के साथ आम जिंदगी भी पटरी पर लौट आएगी.